पंचकूला: हाई कोर्ट के आदेश के बाद हरियाणा पुलिस ने धरने पर बैठे सरपचों को रोड से हटा दिया है. ई टेंडरिंग को लेकर सरपंच पंचकूला में धरने पर बैठे थे. जिन्हें अब हटा दिया गया है. बता दें कि सरपंचों के धरना प्रदर्शन की वजह से पंचकूला चंडीगढ़ रोड बंद था. जिससे आम लोगों को काफी परेशानी हुई. अवरोधित हुए रास्ते पर हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई थी. याचिका पर सुवाई करते हए हाई कोर्ट ने डीसीपी पंचकूला को निर्देश दिए थे कि शनिवार रात 10 बजे पहले पंचकूला चंडीगढ़ रोड को खाली करवाया जाए.
हाई कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस अलर्ट हो गई. पंचकूला हाउसिंग बोर्ड चौक पर धरना दे रहे सरपंचों को उठाने की कोशिश की. सरपंचों को उठाने के लिए पंचकूला समेत विभिन्न जिलों से सैकड़ों की संख्या में पुलिस फोर्स धरना स्थल पर बुलाई गई. जिसेक बाद पंचकूला हाउसिंग बोर्ड चौक पर बैठे सरपंचों को उठाने की कार्रवाई की गई. कई सरपंच तो पुलिस फोर्स के आने के बाद धरना स्थल चले गए, लेकिन हरियाणा सरपंच एसोसिएशन के पदाधिकारी और कुछ सरपंच धरना स्थल पर रुके रहे. जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने सभी सरपंचों को हिरासत में लिया.
हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 10 बजे से पहले धरना स्थल को खाली करवा दिया. इसके साथ ही पुलिस ने रोड पर लगे टेंट को भी उखाड़ दिया. आपको ये भी बता दें कि हरियाणा सरकार ने सरपंचों को मुलाकात के लिए 9 मार्च का न्योता दिया है, लेकिन सरपंच इस मांग पर अड़े थे कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक उनका प्रदर्नशन जारी रहेगा. ई टेंडरिंग को रद्द करने की मांग को लेकर सरपंचों ने पंचकूला में 1 मार्च को सीएम आवास के घेराव की कोशिश की थी. पुलिस ने सरपंचों के बैरिकेड्स लगाकर रास्ते में ही रोक लिया था.
जिसके बाद सरपंचों और पुलिस के बीच झड़प हुई. सरपंचों ने पुलिस कर्मियों पर पथराव किया. इसके बाद माहौल को बिगड़ता देख पुलिस ने सरपंचों पर लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. जिसमें कई सरपंचों को चोटें आई. इसके बाद सरपंचों ने पंचकूला चंडीगढ़ रोड बंद कर दिया था. यहां सरपंच पक्का धरना लगाकर बैठ गए थे. इस बीच सरकार की तरफ से सरपचों को 9 मार्च को बातचीत का न्योता दिया गया, लेकन सरपंचों ने ये कहकर जाने से मना कर दिया कि जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती तकतक वो धरना खत्म नहीं करेंगे.