कुशीनगर: हाटा कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को एक ट्रक को रोका. इसमें 100 बिहारी मजदूरों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था. पुलिस ने ट्रक को सील कर दिया. ट्रक मालिक और ठेकेदार की गलती के कारण मजदूरों और उनके परिजनों को पूरा रात सड़क के किनारे गुजारनी पड़ी. गुरुवार को पुलिस ने ठेकेदार से कहकर मजदूरों को बसों के माध्यम से गन्तव्य के लिए रवाना करवाया.
उत्तर प्रदेश सरकार ने कानपुर हादसे के बाद मालवाहक वाहनों से सवारियों की आवाजाही पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. इसके बाद भी सरकारी आदेशों को नजरअंदाज करके एक ट्रक बिहार पटना के रास्ते नालन्दा से उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर किसी भठ्ठे के लिए मजदूर ले जा रहा था. कुशीनगर के हाटा पुलिस ने मंगलवार की दोपहर ट्रक को नेशनल हाईवे 28 पर रोक लिया और ट्रक को सीज कर दिया.
इसी दौरान मजदूर और उनके परिवार की महिलाएं-बच्चे पूरी रात सड़क के किनारे भूखे प्यासे बैठे रहे. मजदूरों ने बताया कि पुलिस ने दोपहर से ही ट्रक को कोतवाली में लाकर खड़ा कर लिया. मजदूर, महिला और बच्चे दोपहर से ही भूखे थे लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था. गुरुवार सुबह पुलिस ने ठेकेदार से कहकर मजदूरों और उनके परिवार को बसों से गन्तव्य को रवाना कराया.
इस सम्बन्ध में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक निर्भय कुमार सिंह ने बताया कि किसी भी मालवाहक वाहन से सवारी ढोने का प्रावधान नहीं है इसलिए ट्रक को सीज कर दिया गया है. मजदूरों को छोड़ दिया गया है.
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