पौड़ीः उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही बर्फबारी के बीच उत्तराखंड पुलिस कहीं देवदूत बनकर लोगों की मदद या रेस्क्यू कर रहे हैं. दूसरी तरफ पौड़ी से उत्तराखंड पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. जहां बर्फबारी के बीच एक बुजुर्ग का रेस्क्यू करने गया उत्तराखंड पुलिस का जवान बुजुर्ग को बेकदरी के साथ लाते दिख रहा है. इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है.
प्रदेशभर के साथ-साथ पौड़ी में इन दिनों भारी बर्फबारी और ठंड से जनजीवन पटरी से उतर गया है. भारी बर्फबारी के चलते कई लोग रास्ते में ही फंस गए हैं. इसी सिलसिले में पौड़ी के दूरस्थ क्षेत्र थलीसैंण से उत्तराखंड पुलिस का जवान एक बुजुर्ग को रेस्क्यू करके लाया है. बताया जा रहा है थलीसैंण के उफरैंखाल के करीब तीन किमी दूर च्युंगैर में 65 वर्षीय मान सिंह बर्फबारी के बीच कार के अंदर फंस गए थे. इस बीच पुलिस को जानकारी मिली तो श्रीनगर विधायक के पीएसओ समेत तीन लोग देवदूत बनकर बुजुर्ग को बचाने पहुंच गए. रेस्क्यू कर्मी के रूप में पहुंचे पीएसओ ने बुजुर्ग को बचाया तो सही लेकिन जिस तरीके से बुजुर्ग का रेस्क्यू किया, वह सीन डरावना है.
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे बुजुर्ग को उल्टा लटका कर ले जाया जा रहा है. इस दौरान भारी बर्फबारी हो रही है. ठंड के बीच बुजुर्ग की पीठ से कपड़ा भी हट गया है. जोकि बुजुर्ग के स्वास्थ्य को ओर भी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है. इस दौरान ये भी देखने को मिला कि रेस्क्यू के दौरान पुलिस कर्मी के साथ मौजूद लोग सिर्फ वीडियो बनाते और बात करते दिखे. लेकिन किसी ने भी बुजुर्ग की मदद के लिए पुलिस कर्मी के साथ हाथ नहीं बढ़ाया.
हालांकि, बुजुर्ग को बचाने में मौजूद अन्य लोग भी मदद कर सकते थे. इससे ये हो सकता था कि बुजुर्ग को इस तरह अमानवीय तरीके से ले जाने के अलावा किसी सभ्य तरीके से लाया जा सकता था. पीएसओ के दमखम की सराहना की जा सकती है कि बर्फबारी के बीच इतनी कड़ाके की ठंड में वो बुजुर्ग को अकेले लादकर लाया. लेकिन उसके साथ के लोग भी उसे सहयोग करते तो बुजुर्ग को अच्छे तरीके से रेस्क्यू किया जा सकता था. राहत की बात ये है कि बुजुर्ग स्वस्थ हैं.