नई दिल्लीः देश में खालिस्तान की मांग एक बार फिर जोर पकड़ती नजर आ रही है. इस बार कश्मीरी गेट इलाके के फ्लाईओवर पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए हैं. गुरुवार को मामला सामने आने के बाद पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. दिल्ली में पहले भी खालिस्तान समर्थकों द्वारा कई जगहों पर ऐसे ही स्लोगन लिखे गए थे. हाल ही में पीरागढ़ी इलाके में मेट्रो स्टेशन के पास ऐसे नारे लिखे पाए गए थे, जिसे बाद में हटा दिया गया था.
उत्तरी दिल्ली जिले के एडिशनल डीसीपी ने टेक्स्ट मैसेज के जरिए इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस को 27 सितंबर को एक वीडियो संज्ञान में आया, जिसके आधार पर तलाशी अभियान चलाया गया. इसमें पाया गया कि कश्मीरी गेट क्षेत्र में सीलमपुर की तरफ से आने वाले फ्लाईओवर के पास दीवार के ऊपर कुछ आपत्तिजनक चीजें लिखी हुई है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी. आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाल जा रहा है.
सोशल मीडिया पर सामने आया वीडियोः दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियां कथित तौर पर सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नून द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में दीवारों को नुकसान पहुंचाने का दावा करने वाले एक वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि कर रही हैं. वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने गुरुवार को कहा, "हां, हम ऐसे वीडियो की प्रामाणिकता का पता लगा रहे हैं. जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भी इसी तरह का वीडियो जारी किया गया था. उस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया था."
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में पन्नू कुछ दीवारों और सबवे का जिक्र कर रहा था, जहां भारत विरोधी और खालिस्तान समर्थक नारे लिखे गए हैं. वीडियो में उसने दावा किया कि कनाडा से खालिस्तान समर्थक तत्व पहले दिल्ली पहुंच चुके हैं और उनका मिशन दिल्ली में तोड़फोड़ करना है. पन्नू ने दावा किया कि दिल्ली और अहमदाबाद में आईसीसी विश्व कप मैच भी खालिस्तानी समर्थकों के निशाने पर हैं.
अधिकारी ने कहा, "कई मौकों पर हमने पाया कि उनका वीडियो फर्जी है. हालांकि, हम कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है."
पीरागढ़ी में खालिस्तान समर्थित नारे लिखे मिले थेः इससे पहले पीरागढ़ी क्षेत्र में इसी तरह की कुछ घटना घटी थी. पिछले दिनों वहां पर भी मेट्रो की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन कुछ स्लोगन लिखे हुए मिले थे. तब आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस पर यह स्लोगन लिखने का आरोप था. उसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी और कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था. फिलहाल कश्मीरी गेट के पास लिखे स्लोगन को पुलिस ने हटा दिया है.
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