मोरबी (गुजरात): मोरबी (Morbi) में रविवार को एक हैंगिंग ब्रिज (Morbi bridge accident) गिर गया और 134 लोगों की मौत हो गई. 200 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया. मोरबी पुलिस (Morbi Police) ने अपनी सुरक्षा की परवाह किए बिना मच्छु नदी में कूदकर इस बचाव प्रयास में भाग लिया. कई लोगों की जान बच गई. पुलिस ने नदी में डूब रहे लोगों को कैसे बचाया. लटकते पुल के साथ मोरबी त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. शोक संतप्त राष्ट्र आज मृतकों का सम्मान कर रहा है.
ऐसे में हम मोरबी पुलिस के सराहनीय कार्य को कैसे नज़रअंदाज कर सकते हैं? ए डिवीजन, बी डिवीजन और एलसीबी सहित पुलिस बल ने सही रंग बनाए रखा है. एसडीआरएफ या एनडीआरएफ के आने से पहले, वे बिना प्रतीक्षा किए नदी में कूद पड़े और जितने लोगों को बचा सकते थे, उन्हों बचाया. मोरबी जिला पुलिस (Morbi Police) प्रमुख (एसपी) राहुल त्रिपाठी के अनुसार, पुलिस को घटना की सूचना मिलने के बाद 20 से 25 पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे.
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पुल की संरचना उत्तरोत्तर नीचे गिर गई थी. पुलिस के मौके पर पहुंचते ही कई लोग केबल से लटके हुए थे. सबसे पहले पुलिस अधिकारियों ने पुल के ढांचे को हटाने का अभियान चलाया. मोरबी हैंगिंग ब्रिज पर कई लोग मलबे के जरिए तार से लटक रहे थे, इसलिए उन्हें बचा लिया गया. पुल का ढांचा गिराए जाने पर नदी में डूब रहे लोगों को एंबुलेंस की ओर ले जाकर तुरंत बचा लिया गया. जब दमकल विभाग और एंबुलेंस मौके पर पहुंची, तो पुल के किनारे एंबुलेंस की कतार लगी हुई थी.