अलवर. बड़ौदामेव थाने में तैनात पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ एक युवती ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कराया था. लेकिन पुलिस दो महीने तक मामले को दबाती रही. पीड़िता ने अलवर एसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग की. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है. पुलिस पर रेप का यह एक महीने के भीतर तीसरा आरोप लगा है. जिसके बाद से अलवर पुलिस सवालों के घेरे में है.
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पुलिस उपाधीक्षक अलवर दक्षिण के अनुसार पीड़िता ने एसपी को दिए परिवाद में बताया कि वह अलवर में एक कोचिंग में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही थी. इसी दौरान पुलिस कांस्टेबल मंगतूराम पीड़िता के संपर्क में आया. तब आरोपी पुलिसकर्मी बड़ौदामेव थाने में तैनात था. उसने मदद करने के बहाने पीड़िता से मोबाइल पर बातचीत शुरू की और फिर शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. बाद में आरोपी ने पीड़िता से शादी करने से मना कर दिया.
पीड़िता ने आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ बड़ौदामेव थाने में 21 जनवरी 2021 को दुष्कर्म और अनुसूचित जाति-जनजाति एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था. पुलिस आरोपी को केस दर्ज होने के बाद भी बचाती रही. 2 महीने तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. इतना ही नहीं मामला दर्ज होने पर कांस्टेबल मंगतूराम का तबादला भिवाड़ी कर दिया गया. हाल ही में वहां से भी मंगतू रिलीव हो गया था. इसके चलते पीड़िता ने एसपी के समक्ष पेश होकर परिवाद दिया. जिसके बाद पुलिस कांस्टेबल मंगतू को शादी का झांसा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
प्रेस नोट जारी कर किया पीड़िता का नाम, पता उजागर
पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर पीड़िता का नाम, पता, कोचिंग का नाम सहित तमाम जानकारी जारी कर दी. इसमें केवल आरोपी की गिरफ्तारी और उसके नाम के अलावा कुछ नहीं बताया गया है. इतना ही नहीं प्रेस नोट अलवर दक्षिण के पुलिस उपाधीक्षक के हस्ताक्षर से मीडिया को उपलब्ध कराया गया है.