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W.bengal cracker factory explosion: अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट के सिलसिले में पुलिस ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 28, 2023, 11:01 AM IST

Updated : Aug 28, 2023, 11:17 AM IST

रविवार सुबह पश्चिम बंगाल में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.पुलिस ने बताया कि यह फैक्ट्री चलाने वाले का साझेदार था. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अवैध पटाखा फैक्टरी के संबंध में पुलिस से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई

Dattapukur factory explosion
पटाखा फैक्ट्री इमेज

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट के सिलसिले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इस घटना में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे. एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति अवैध पटाखा फैक्टरी के मालिक का साझेदार था. बारासात पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, 'पूरी रात तलाश अभियान जारी रहा. हालांकि, इलाके में बिजली नहीं होने और फैक्टरी में भारी मात्रा में मलबा बिखरा रहने के कारण तलाश अभियान चलाना और जांच करना हमारे लिए मुश्किल हो गया. हमने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो फैक्टरी चलाने वाले व्यक्ति का साझेदार है'.


अधिकारी के अनुसार, व्यक्ति पर विस्फोटक अधिनियम 1884 और विस्फोटक नियम 2008 के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि विस्फोट के सिलसिले में तीन अन्य लोगों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया गया है. अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट रविवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुआ था, जब कई लोग वहां काम कर रहे थे. विस्फोट का प्रभाव इतना तेज था कि पास के 50 से अधिक घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए और कई इमारतों की छतों पर लोगों के क्षत विक्षत शव के अंग बिखरे नजर आए. अधिकारी के मुताबिक, विस्फोट में अवैध पटाखा फैक्टरी के मालिक और उसके बेटे की भी मौत हो गई.


उन्होंने बताया कि पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने अवैध पटाखा फैक्टरी परिसर के बाकी हिस्से को गिराने और क्षेत्र से मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया. बारासात मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती घायलों की स्थिति के बारे में पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक की हालत बहुत गंभीर बनी हुई है, जबकि अन्य की स्थिति में सुधार हो रहा है. कई स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अवैध पटाखा फैक्टरी के संबंध में पुलिस से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. स्थानीय निवासी रतन हसन अली ने कहा, 'अब जब इतने सारे लोगों की जान चली गई है, तो पुलिस लोगों को गिरफ्तार करके क्या करेगी? जब हमने उनसे शिकायत की थी, उन्हें तभी आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए थी.’

मई में पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में इसी तरह के विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दक्षिण 24 परगना जिले के महेशतला में एक अन्य विस्फोट में तीन लोगों की जान गई थी. विस्फोट के तुरंत बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच जुबानी जंग छिड़ गई. भाजपा ने विस्फोट की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से कराने की मांग की। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा से कहा कि वह लोगों की मौत पर राजनीति करना बंद करे.

ये भी पढ़ें : W.bengal cracker factory explosion: पश्चिम बंगाल में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, सात लोगों की मौत

( पीटीआई भाषा)

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट के सिलसिले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इस घटना में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे. एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति अवैध पटाखा फैक्टरी के मालिक का साझेदार था. बारासात पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, 'पूरी रात तलाश अभियान जारी रहा. हालांकि, इलाके में बिजली नहीं होने और फैक्टरी में भारी मात्रा में मलबा बिखरा रहने के कारण तलाश अभियान चलाना और जांच करना हमारे लिए मुश्किल हो गया. हमने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो फैक्टरी चलाने वाले व्यक्ति का साझेदार है'.


अधिकारी के अनुसार, व्यक्ति पर विस्फोटक अधिनियम 1884 और विस्फोटक नियम 2008 के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि विस्फोट के सिलसिले में तीन अन्य लोगों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया गया है. अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट रविवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुआ था, जब कई लोग वहां काम कर रहे थे. विस्फोट का प्रभाव इतना तेज था कि पास के 50 से अधिक घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए और कई इमारतों की छतों पर लोगों के क्षत विक्षत शव के अंग बिखरे नजर आए. अधिकारी के मुताबिक, विस्फोट में अवैध पटाखा फैक्टरी के मालिक और उसके बेटे की भी मौत हो गई.


उन्होंने बताया कि पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने अवैध पटाखा फैक्टरी परिसर के बाकी हिस्से को गिराने और क्षेत्र से मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया. बारासात मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती घायलों की स्थिति के बारे में पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक की हालत बहुत गंभीर बनी हुई है, जबकि अन्य की स्थिति में सुधार हो रहा है. कई स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अवैध पटाखा फैक्टरी के संबंध में पुलिस से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. स्थानीय निवासी रतन हसन अली ने कहा, 'अब जब इतने सारे लोगों की जान चली गई है, तो पुलिस लोगों को गिरफ्तार करके क्या करेगी? जब हमने उनसे शिकायत की थी, उन्हें तभी आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए थी.’

मई में पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में इसी तरह के विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दक्षिण 24 परगना जिले के महेशतला में एक अन्य विस्फोट में तीन लोगों की जान गई थी. विस्फोट के तुरंत बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच जुबानी जंग छिड़ गई. भाजपा ने विस्फोट की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से कराने की मांग की। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा से कहा कि वह लोगों की मौत पर राजनीति करना बंद करे.

ये भी पढ़ें : W.bengal cracker factory explosion: पश्चिम बंगाल में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, सात लोगों की मौत

( पीटीआई भाषा)

Last Updated : Aug 28, 2023, 11:17 AM IST
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