कन्नौज: यूं तो यूपी पुलिस अपने काम और कारनामों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है. लेकिन अब अपराधियों पर लगाम लगाने के साथ ही पुलिस सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी कर रही है. इसी क्रम में जनपद में बीते 23 अक्टूबर को गुरसहायगंज कस्बा में डाक बंगला गेस्ट हाउस के पीछे झाड़ियों में लहूलुहान हालत में 12 वर्षीय बालिका पड़ी मिली थी. जिसका कानपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. प्रतिदिन करीब एक लाख रुपए के आसपास खर्च आ रहा है. ऐसे में पीड़िता के पिता ने बेटी का इलाज कराने में असमर्थता जताई थी, जिसके बाद पुलिस और समाज बेटी का इलाज कराने के लिए आगे आए है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपी युवक की पहचान कर ली है.
दरअसल, गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र (Gursahaiganj Kotwali Area) के एक मोहल्ले की रहने वाले 12 वर्षीय मासूम बीते 23 अक्टूबर को मिट्टी की गोलक खरीदने के लिए बाजार गई थी, जिसके बाद बालिका लहूलुहान और मरणासन्न हालत में डाक बंगला गेस्ट हाउस के पीछे झाड़ियों में पड़ी मिली थी. हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने बालिका को कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर कर दिया था, जिसके बाद परिजन बेहतर इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में ले गए थे. करीब 60 घंटों से बालिका आईसीयू में है. बताया जा रहा है कि उसके इलाज में करीब एक लाख रुपए प्रतिदिन का खर्च आ रहा है. बेटी के इलाज में जमा पूंजी खत्म होने के बाद पिता ने इलाज कराने में असमर्थता जताई थी, जिसके बाद पुलिस ने बेटी के इलाज कराने में हर संभव मदद का आश्वासन दिया था.
गुरसहायगंज थाना प्रभारी राजकुमार ने समासेवियों और सभ्रांत लोगों से बेटी के इलाज में मदद करने की अपील की. उन्होंने चंदा जमा करने के लिए एक कमेटी का गठन किया. साथ ही सबसे पहले इलाज के लिए चंदा भी दिया, जिसके बाद कई समाजसेवियों ने मदद को हाथ आगे बढ़ाए. कमेटी ने करीब छह लाख रुपए से अधिक एकत्र कर लिए है. इलाज के बाद जो रुपए बचेंगे उसको बालिका की पढ़ाई पर खर्च किए जाएंगें. बताया जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज में घटना से पहले जो युवक बालिका के साथ दिख रहा है. उसकी पहचान पुलिस ने कर ली है. युवक खुदागंज का रहने वाला बताया जा रहा है. सूत्रों की माने तो पुलिस ने आरोपी युवक के भाई को हिरासत में ले लिया है. साथ ही आरोपी को पकड़ने के लिए प्रयास में जुट गई है.
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