जशपुर : छत्तीसगढ़ के सन्ना में धर्मान्तरण के उद्देश्य से नाबालिग बच्चे का खतना कराने का मामला (minor child circumcision) तूल पकड़ता जा रहा है. इस केस में पुलिस ने शुरूआती जांच के बाद तीन महिलाओं के खिलाफ FIR दर्ज (FIR registered against three women) कर कार्रवाई की है. महिला पर आरोप है कि उसने धर्मांतरण के उदेश्य से अपने बच्चे का अंबिकापुर में खतना करवाया.
इस घटना का खुलासा होने पर जशपुर में विरोध प्रदर्शन होने लगा. बच्चे के माता-पिता और अन्य लोगों के बयान के बाद पीड़ित बच्चे का भी बयान पुलिस ने लिया. पुलिस ने चाइल्ड लाइन और सीडब्ल्यूसी के सामने तीन महिलाओं के खिलाफ बयान दर्ज किया है. पीड़ित बच्चे के पिता के साथ सामाजिक लोगों ने इस केस में शिकायत की थी. पुलिस ने छानबीन करने के बाद केस दर्ज किया और बच्चे की मां और नानी को गिरफ्तार किया है. वहीं तीसरे आरोपी महिला की तलाश जारी है.
आखिर क्या है पूरा मामला
दरअसल, हिन्दू युवक और मुस्लिम युवती ने दस साल पहले प्रेम विवाह किया था. जिसके बाद दोनों के 2 बच्चे हुए. जिसमें एक बेटा है एक बेटी है. घटना नवम्बर की बताई जा रही है जब बच्चे की मां ने मेले के बहाने ले जाकर अपनी मां और मायके के अन्य लोगों के साथ मिलकर अंबिकापुर में बच्चे का खतना करवा दिया. वहीं बच्चे के पिता ने आरोप लगाया है कि उनके बच्चे का, उनकी मर्जी के बिना खतना किया गया.
यह काम धर्मान्तरण के उद्देश्य से किया गया और उसके बच्चे का गुप्तांग काट दिया गया (खतना) करा दिया गया. इसलिए वह इस केस में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. गिरफ्तारी के बाद भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है. वह आरोपी महिलाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पीड़ित पिता का आरोप है कि उसके ससुरालवालों ने उसे भी धर्मांतरण के एवज में पिकअप वाहन दिलाने की बात कही थी. लेकिन उसने धर्मांतरण को स्वीकार नहीं किया.
मामले में जारी है सियासत
सन्ना इलाके की इस घटना पर जशपुर में लगातार सियासत जारी है. अखिल भारतीय जनजातीय सुरक्षा मंच के संयोजक पूर्व मंत्री गणेश राम भगत,घसिया समाज के प्रदेश संरक्षक पवन साय राम समेत कई लोग इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं पीड़ित बच्चे के पिता और समाज के लोगों ने मिलकर सन्ना पुलिस पर दबाव बनाया. सोमवार को देर रात तक थाने के सामने सड़क जाम कर धरना में बैठ गए और फिर मंगलवार को भी काफी भीड़ इकट्ठी कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी हुई.