नई दिल्ली : साहित्य जगत के सशक्त हस्ताक्षर एवं देश दुनिया में उत्तर प्रदेश को पहचान दिलाने वाले लेखक व कवि डॉ कुंवर बेचैन की बृहस्पतिवार को नोएडा के कैलाश अस्पताल में कोविड-19 के संक्रमण की वजह से उपचार के दौरान मृत्यु हो गई. उनके निधन से साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई है.
करीब दो सप्ताह पहले कोरोना संक्रमित होने के बाद डॉ कुंवर बेचैन को नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी हालत धीरे-धीरे सुधर रही थी, लेकिन बुधवार रात को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, तथा उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया. बृहस्पतिवार दोपहर को उनका निधन हो गया.
डॉ बेचैन कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे. उन्हें नोएडा व गाजियाबाद में कहीं पर अस्पताल में बेड नहीं मिल रहा था. तब प्रखर कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट करके लोगों से मदद मांगी थी. गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा ने उनके ट्वीट का संज्ञान लिया, उन्हें सेक्टर 27 स्थित अपने अस्पताल में भर्ती करवाया.
उनके अलावा पत्नी संतोष कुंवर भी कोरोना संक्रमित थीं. पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ही दोनों दिल्ली के लक्ष्मीनगर स्थित सूर्या अस्पताल में एडमिट थे. हालत में सुधार नहीं होने पर डॉ. कुंवर बेचैन को आनंद विहार स्थित कोसमोस अस्पताल में शिफ्ट किया गया था.
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मशहूर कवि डॉ. कुमार विश्वास ने दुख जताते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, कोरोना से चल रहे युद्धक्षेत्र में भीषण दुःखद समाचार मिला है. मेरे कक्षा-गुरु,मेरे शोध आचार्य,मेरे चाचाजी,हिंदी गीत के राजकुमार,अनगिनत शिष्यों के जीवन में प्रकाश भरने वाले डॉ. कुंअर बेचैन ने अभी कुछ मिनट पहले ईश्वर के सुरलोक की ओर प्रस्थान किया. कोरोना ने मेरे मन का एक कोना मार दिया.
बता दें कि कुंवर बेचैन ने कई विधाओं में साहित्य सृजन किया. कवितायें भी लिखीं, गजल, गीत और उपन्यास भी लिखे. 'बेचैन' उनका उपनाम था. असल में उनका नाम डॉ. कुंवर बहादुर सक्सेना था.