नई दिल्ली : कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि सर्वोच्च बलिदान के बाद पीएम का यह कहना कि हमारे क्षेत्र में कोई भी प्रवेश नहीं किया है, निंदनीय है. उन्होंने अभी भी शहीदों के परिवारों से माफी नहीं मांगी है.
उन्होंने पूछा कि जहां तक यथास्थिति को बिगाड़ने का सवाल है, क्या पीएम ने चीन से जवाबदेही के बारे में पूछा है? यदि नहीं तो चीन के साथ आपकी क्या केमिस्ट्री है? कांग्रेस नेता ने आगे पूछा कि हम यह भी पूछना चाहते हैं कि चीन के साथ अपनी बातचीत में क्या आपने यह तथ्य उठाया कि गालवान घाटी में दिखाई गई आक्रामकता के कारण उन्होंने अकेले ही शांति समझौता तोड़ दिया. माउंटेन स्ट्राइक कोर क्यों भंग किया गया है?
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी एक बयान में कहा कि सरकार को स्थिति पर देश को सूचित किया जाना चाहिए कि आखिर किन अभूतपूर्व परिस्थितियों में वह घटना हुई. साथ ही लोगों को आश्वस्त किया जाना चाहिए कि हमारे बहादुर जवानों का बलिदान नहीं जाएगा. कांग्रेस पार्टी अपनी चिंता दोहराती है कि अभी तक कोई स्पष्टता उपलब्ध नहीं है. एक साल पहले इस विषय पर प्रधानमंत्री का अंतिम शब्द था कि कोई उल्लंघन नहीं हुआ था.
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सुप्रिया ने जोर देकर कहा कि हम प्रधानमंत्री से अहंकार को छोड़कर चीन से प्रेम त्यागने का आग्रह करते हैं. चीन से सैन्य या आर्थिक उपायों के माध्यम से सख्त बात करें. सिर्फ ऐप्स पर प्रतिबंध लगाना पर्याप्त नहीं होगा. आपको चीन को सबक सिखाना होगा जहां उसे नुकसान होता है.