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G20 कृषि मंत्रियों की बैठक में PM बोले- मानव सभ्यता के केंद्र में कृषि, हमारा लक्ष्य मृदा स्वास्थ्य की रक्षा करना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जी20 कृषि मंत्रियों की बैठक को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कृषि क्षेत्र वैश्विक स्तर पर कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. कृषि मानव सभ्यता के केंद्र में है और भारत सरकार का फोकस मृदा स्वास्थ्य की रक्षा करना है.

pm narendra modi
पीएम नरेंद्र मोदी
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Published : Jun 16, 2023, 12:20 PM IST

Updated : Jun 16, 2023, 12:27 PM IST

हैदराबाद: जलवायु परिवर्तन के कारण असामान्य मौसम की घटनाएं तेजी से हो रही हैं और ये चुनौतियां 'वैश्विक दक्षिण' में सबसे अधिक महसूस की गई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हैदराबाद में चल रही जी20 कृषि मंत्रियों की तीन दिवसीय बैठक के लिए एक वीडियो संदेश में यह बात कही. उन्होंने साथ ही जोड़ा कि कृषि क्षेत्र वैश्विक स्तर पर कई चुनौतियों का सामना कर रहा है.

प्रधानमंत्री ने कहा, 'वैश्विक स्तर पर, कृषि 2.5 अरब से अधिक लोगों को आजीविका देती है. वैश्विक दक्षिण के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा कृषि का है और यह क्षेत्र 60 प्रतिशत से अधिक नौकरियां देता है. आज यह क्षेत्र कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. महामारी के कारण पैदा हुई आपूर्ति श्रृंखला की बाधा भू-राजनीतिक तनावों के चलते और अधिक बिगड़ गई है.

मोदी ने कहा, 'जलवायु परिवर्तन के कारण असामान्य मौसम की घटनाएं तेजी से हो रही हैं और ये चुनौतियां 'वैश्विक दक्षिण' में सबसे अधिक महसूस की जा रही हैं.' उन्होंने कहा कि भारत की नीति 'बुनियाद की ओर लौटो, और भविष्य की यात्रा करो' से मिलकर बनी है। देश प्राकृतिक खेती के साथ ही प्रौद्योगिकी आधारित कृषि को भी बढ़ावा दे रहा है.

ये भी पढ़ें-

मोदी ने कहा कि पूरे देश में किसान धरती माता के कायाकल्प पर ध्यान देने के साथ रासायनिक उर्वरकों या कीटनाशकों का इस्तेमाल बंद कर प्राकृतिक खेती कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत की नीति 'बैक टू बेसिक्स एंड मार्च टू फ्यूचर' का मिश्रण है, यहां तक कि देश प्राकृतिक खेती के साथ-साथ प्रौद्योगिकी-सक्षम कृषि को भी बढ़ावा दे रहा है. मोदी ने कहा कि देश भर के किसान धरती माता के कायाकल्प पर ध्यान देने के साथ सिंथेटिक उर्वरकों या कीटनाशकों का उपयोग न करके प्राकृतिक खेती कर रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)

हैदराबाद: जलवायु परिवर्तन के कारण असामान्य मौसम की घटनाएं तेजी से हो रही हैं और ये चुनौतियां 'वैश्विक दक्षिण' में सबसे अधिक महसूस की गई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हैदराबाद में चल रही जी20 कृषि मंत्रियों की तीन दिवसीय बैठक के लिए एक वीडियो संदेश में यह बात कही. उन्होंने साथ ही जोड़ा कि कृषि क्षेत्र वैश्विक स्तर पर कई चुनौतियों का सामना कर रहा है.

प्रधानमंत्री ने कहा, 'वैश्विक स्तर पर, कृषि 2.5 अरब से अधिक लोगों को आजीविका देती है. वैश्विक दक्षिण के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा कृषि का है और यह क्षेत्र 60 प्रतिशत से अधिक नौकरियां देता है. आज यह क्षेत्र कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. महामारी के कारण पैदा हुई आपूर्ति श्रृंखला की बाधा भू-राजनीतिक तनावों के चलते और अधिक बिगड़ गई है.

मोदी ने कहा, 'जलवायु परिवर्तन के कारण असामान्य मौसम की घटनाएं तेजी से हो रही हैं और ये चुनौतियां 'वैश्विक दक्षिण' में सबसे अधिक महसूस की जा रही हैं.' उन्होंने कहा कि भारत की नीति 'बुनियाद की ओर लौटो, और भविष्य की यात्रा करो' से मिलकर बनी है। देश प्राकृतिक खेती के साथ ही प्रौद्योगिकी आधारित कृषि को भी बढ़ावा दे रहा है.

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मोदी ने कहा कि पूरे देश में किसान धरती माता के कायाकल्प पर ध्यान देने के साथ रासायनिक उर्वरकों या कीटनाशकों का इस्तेमाल बंद कर प्राकृतिक खेती कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत की नीति 'बैक टू बेसिक्स एंड मार्च टू फ्यूचर' का मिश्रण है, यहां तक कि देश प्राकृतिक खेती के साथ-साथ प्रौद्योगिकी-सक्षम कृषि को भी बढ़ावा दे रहा है. मोदी ने कहा कि देश भर के किसान धरती माता के कायाकल्प पर ध्यान देने के साथ सिंथेटिक उर्वरकों या कीटनाशकों का उपयोग न करके प्राकृतिक खेती कर रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 16, 2023, 12:27 PM IST
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