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पीएम के आर्मी ड्रेस पहनने पर कंट्रोवर्सी : दिग्विजय सिंह ने क्यों की पीएम मोदी की हिटलर से तुलना?

दीपावली के दिन पीएम मोदी के आर्मी वर्दी पहनने पर दिग्विजय सिंह ने सीडीएस जनरल रावत और रक्षा मंत्री से सवाल पूछने के बाद अब पीएम की तुलना जर्मनी के शासक हिटलर से कर दी है.

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Published : Nov 6, 2021, 3:01 PM IST

दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह

भोपाल : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (MP former Chief Minister Digvijay Singh) ने पीएम नरेंद्र मोदी के आर्मी की ड्रेस पहनने पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए ट्विटर पर लिखा है कि क्या कोई सिविलियन आर्मी की ड्रेस पहन सकता है ? क्या इस बारे में सीडीएस जनरल रावत या फिर रक्षा मंत्री कोई सफाई दे पाएंगे?

  • Can any Civilian, a non Army person dress up in Army Uniform? Would Gen Rawat or Raksha Mantri ji please clarify.

    It used to take years to get defence equipment earlier: PM in J&K https://t.co/WLnfFXUJby
    -via @inshorts

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) November 5, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीएम मोदी की हिटलर से तुलना

बता दें कि दीपावाली के दिन जम्मू- कश्मीर के नौशेरा गए पीएम मोदी ने सेना की वर्दी पहन रखी थी. उसी पर दिग्विजय सिंह ने सवाल खड़े किये हैं. इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी की तुलना जर्मनी के शासक हिटलर (German ruler Hitler) से करते हुए कहा कि- 'ये अभी शुरुआत है, हिटलर प्रथम विश्व युद्ध में एक कॉर्पोरल था और उसने खुद को जर्मन सेना का कमांडर इन चीफ घोषित किया. अगर मोदी जी को संसद में एक और कार्यकाल मिलता है तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा कि वे संविधान में बदलाव करते हैं और खुद को देश का स्थायी प्रमुख घोषित करते हैं !'

  • It is only a beginning #YeshwantSinhaji
    Hitler was a Corporal in World War 1 and declared himself as Commander in Chief of German Army. If Modi ji gets another Term in Parliament I won’t be surprised if he changes the Constitution and declares himself as Permanent Head of State! https://t.co/CdpYsdkb3y

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) November 6, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कब से सेना के साथ पीएम मोदी मना रहे दीपावली ?

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद दीपावली पर एलओसी पर तैनात जवानों के साथ बातचीत और त्योहार मनाना शुरू किया था. उन्होंने श्रीनगर में बाढ़ पीड़ितों से मिलने के अलावा, लद्दाख क्षेत्र के सियाचिन में जवानों के साथ दीपावली मनाई थी.
  • वर्ष 2015 में पीएम मोदी ने दीपावली पर पंजाब की सीमा का दौरा किया. उन्होंने1965 के भारत-पाक युद्ध के 50 वर्ष पूरा होने पर यह यात्रा की थी.
  • इसके बाद 2016 में मोदी हिमाचल प्रदेश में थे, जहां उन्होंने एक चौकी पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मियों के साथ समय बिताया.
  • पीएम मोदी ने इसके बाद 2017 में उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर का दौरा किया और वहां तैनात सैनिकों के साथ दिवाली मनाई.
  • 2018 में उन्होंने उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा के पास बर्फीले इलाके में सेना और आईटीबीपी के जवानों के साथ त्यौहार मनाया था.
    • शायद उनको इसका ज्ञान नहीं होगा, सेना के अधिकारियों को अधिकार होता है कि वे किसी सिविलियन को ड्रेस पहना सकते हैं। जो सिविलियन समाज में अच्छा काम करते हैं उन्हें ये सम्मान दिया जाता है: पीएम मोदी के आर्मी ड्रेस पहनने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय, BJP pic.twitter.com/bVoU17vykL

      — ANI_HindiNews (@AHindinews) November 5, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">


ये भी पढ़ें - रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला

पीएम मोदी 2017 के बाद से सेना की वर्दी पहनना शुरू किया

प्रधानमंत्री 2014 से भारतीय सैनिकों के साथ दीपावली मना रहे हैं और नागरिक पोशाक में दिखाई देते थे, लेकिन 2017 के बाद से उन्होंने बिना किसी प्रतीक चिन्ह के भारतीय सेना की लड़ाकू पोशाक पहननी शुरू कर दी. हालंकि ये पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस ने सैन्य पोशाक में दिखाई देने के लिए प्रधानमंत्री पर सवाल उठाया है.

पीएम मोदी के आर्मी ड्रेस पहनने के मामले में बोले कैलाश विजयवर्गीय

उधर, इस मामले में भाजपा के नेता कैलाश विजयवर्गीय (BJP leader Kailash Vijayvargiye) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा- 'शायद उनको इसका ज्ञान नहीं होगा, सेना के अधिकारियों को अधिकार होता है कि वे किसी सिविलियन को ड्रेस पहना सकते हैं. जो सिविलियन समाज में अच्छा काम करते हैं उन्हें ये सम्मान दिया जाता है.'

भोपाल : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (MP former Chief Minister Digvijay Singh) ने पीएम नरेंद्र मोदी के आर्मी की ड्रेस पहनने पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए ट्विटर पर लिखा है कि क्या कोई सिविलियन आर्मी की ड्रेस पहन सकता है ? क्या इस बारे में सीडीएस जनरल रावत या फिर रक्षा मंत्री कोई सफाई दे पाएंगे?

  • Can any Civilian, a non Army person dress up in Army Uniform? Would Gen Rawat or Raksha Mantri ji please clarify.

    It used to take years to get defence equipment earlier: PM in J&K https://t.co/WLnfFXUJby
    -via @inshorts

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) November 5, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीएम मोदी की हिटलर से तुलना

बता दें कि दीपावाली के दिन जम्मू- कश्मीर के नौशेरा गए पीएम मोदी ने सेना की वर्दी पहन रखी थी. उसी पर दिग्विजय सिंह ने सवाल खड़े किये हैं. इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी की तुलना जर्मनी के शासक हिटलर (German ruler Hitler) से करते हुए कहा कि- 'ये अभी शुरुआत है, हिटलर प्रथम विश्व युद्ध में एक कॉर्पोरल था और उसने खुद को जर्मन सेना का कमांडर इन चीफ घोषित किया. अगर मोदी जी को संसद में एक और कार्यकाल मिलता है तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा कि वे संविधान में बदलाव करते हैं और खुद को देश का स्थायी प्रमुख घोषित करते हैं !'

  • It is only a beginning #YeshwantSinhaji
    Hitler was a Corporal in World War 1 and declared himself as Commander in Chief of German Army. If Modi ji gets another Term in Parliament I won’t be surprised if he changes the Constitution and declares himself as Permanent Head of State! https://t.co/CdpYsdkb3y

    — digvijaya singh (@digvijaya_28) November 6, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कब से सेना के साथ पीएम मोदी मना रहे दीपावली ?

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद दीपावली पर एलओसी पर तैनात जवानों के साथ बातचीत और त्योहार मनाना शुरू किया था. उन्होंने श्रीनगर में बाढ़ पीड़ितों से मिलने के अलावा, लद्दाख क्षेत्र के सियाचिन में जवानों के साथ दीपावली मनाई थी.
  • वर्ष 2015 में पीएम मोदी ने दीपावली पर पंजाब की सीमा का दौरा किया. उन्होंने1965 के भारत-पाक युद्ध के 50 वर्ष पूरा होने पर यह यात्रा की थी.
  • इसके बाद 2016 में मोदी हिमाचल प्रदेश में थे, जहां उन्होंने एक चौकी पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मियों के साथ समय बिताया.
  • पीएम मोदी ने इसके बाद 2017 में उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर का दौरा किया और वहां तैनात सैनिकों के साथ दिवाली मनाई.
  • 2018 में उन्होंने उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा के पास बर्फीले इलाके में सेना और आईटीबीपी के जवानों के साथ त्यौहार मनाया था.
    • शायद उनको इसका ज्ञान नहीं होगा, सेना के अधिकारियों को अधिकार होता है कि वे किसी सिविलियन को ड्रेस पहना सकते हैं। जो सिविलियन समाज में अच्छा काम करते हैं उन्हें ये सम्मान दिया जाता है: पीएम मोदी के आर्मी ड्रेस पहनने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय, BJP pic.twitter.com/bVoU17vykL

      — ANI_HindiNews (@AHindinews) November 5, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">


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पीएम मोदी 2017 के बाद से सेना की वर्दी पहनना शुरू किया

प्रधानमंत्री 2014 से भारतीय सैनिकों के साथ दीपावली मना रहे हैं और नागरिक पोशाक में दिखाई देते थे, लेकिन 2017 के बाद से उन्होंने बिना किसी प्रतीक चिन्ह के भारतीय सेना की लड़ाकू पोशाक पहननी शुरू कर दी. हालंकि ये पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस ने सैन्य पोशाक में दिखाई देने के लिए प्रधानमंत्री पर सवाल उठाया है.

पीएम मोदी के आर्मी ड्रेस पहनने के मामले में बोले कैलाश विजयवर्गीय

उधर, इस मामले में भाजपा के नेता कैलाश विजयवर्गीय (BJP leader Kailash Vijayvargiye) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा- 'शायद उनको इसका ज्ञान नहीं होगा, सेना के अधिकारियों को अधिकार होता है कि वे किसी सिविलियन को ड्रेस पहना सकते हैं. जो सिविलियन समाज में अच्छा काम करते हैं उन्हें ये सम्मान दिया जाता है.'

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