नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि 'पीएम गतिशक्ति' पहल बेहतर समन्वय एवं निगरानी के माध्यम से देश में आधुनिक बुनियादी ढांचे को और विकसित करने में मदद करेगी. उन्होंने निजी क्षेत्र को सरकार के साथ साझेदारी करने और निवेश बढ़ाने के लिए भी कहा. मोदी ने कहा कि 'प्रधानमंत्री गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान' एक एकीकृत योजना है, जो लोगों, वस्तुओं और सेवाओं की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए 'अंतर' को पाटने का काम करेगी.
उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के बजट-पश्चात वेबिनार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे साजो-सामान की लागत को कम करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने राजमार्ग, 'ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी', नवीकरणीय ऊर्जा जैसे हर क्षेत्र में निवेश बढ़ाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र के संतुलित विकास के लिए प्रतिबद्ध है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'पीएम गतिशक्ति' पहल से निर्यात को बढ़ावा देने और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उपक्रम (एमएसएमई) को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में भी मदद मिलेगी.
इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर तेजी से काम जारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश के लिए बहुत ही प्रभावी कारक है. यह अन्य सभी क्षेत्रों की आर्थिक उत्पादकता (Economic Productivity) को भी बढ़ाता है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर तेजी से काम कर रही है. आज हमारा देश ढांचागत विकास को गति दे रहा है जिससे देश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और रोजगार के अवसर मिलेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जिस पैमाने पर इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर काम कर रही है, उसमें पीएम गति शक्ति अहम भूमिका निभाएंगी. सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे, हवाई मार्ग, जलमार्ग और नवीकरणीय ऊर्जा के विकास में निवेश बढ़ाया है.
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पीएम गतिशक्ति (PM Gati Shakti) का मकसद अतीत से सीखकर अगली पीढ़ी का बुनियादी ढांचा तैयार करना है. पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत एक एकीकृत योजना है, जो लोगों, वस्तुओं और सेवाओं की लगातार उपलब्धता और आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए अंतराल को पाटने का काम करेगी. इसका उद्देश्य जीवन की सुगमता को बढ़ाना, व्यवसाय करने में सुगमता, व्यवधानों को कम करना और लागत दक्षता के साथ कार्यों को पूरा करने में तेजी लाना है.