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पीएम मोदी ही सबसे पहले करेंगे रामलला के दर्शन, उतारेंगे आरती, डॉ. अनिल मिश्रा होंगे मुख्य यजमान

अयोध्या में 22 जनवरी को पीएम मोदी ही सबसे पहले रामलला के दर्शन करेंगे. जबकि छह दिनों तक चलने वाले अनुष्ठान के मुख्य आयोजक डॉ. अनिल मिश्रा होंगे.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 16, 2024, 9:25 PM IST

अयोध्या: 22 जनवरी को भगवान राम के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित होने वाली प्रतिमा के अनुष्ठान में मुख्य यजमान को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी महाराज ने इस पर जानकारी दी है. बताया कि इस 6 दिवसीय अनुष्ठान में मुख्य यजमान के रूप में डॉ. अनिल मिश्रा होंगे, जो 6 दिनों तक चलने वाले सभी अनुष्ठान संपन्न करेंगे. मीडिया में यह खबरें आ गईं कि प्रधानमंत्री अब कार्यक्रम के यजमान नहीं होंगे, जबकि सभी कार्यक्रम पूर्ववत हैं. प्रधानमंत्री 22 जनवरी को सबसे पहले प्रभु श्री राम की मूर्ति की आंखों से पट्टी खोलेंगे, उनके दर्शन कर आरती उतारेंगे.

अयोध्या
अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में हैं.

बता दें कि 6 दिनों तक चलने वाले अनुष्ठान में स्वयं प्रधानमंत्री शामिल नहीं हो सकते. उनकी निजी व्यवस्था और सुरक्षा कारणों के चलते 6 दिन तक उन्हें अयोध्या में रोककर सभी अनुष्ठान संपन्न नहीं कराए जा सकते. ऐसे में ट्रस्ट के ही सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा अपनी पत्नी के साथ 16 जनवरी से सभी अनुष्ठान में शामिल हो रहे हैं. उन्हीं को 6 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का मुख्य यजमान बनाया गया है. इसके अलावा 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरसंघ चालक उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे. उनकी मौजूदगी में ही भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम प्रस्तावित है. ट्रस्ट ने अभी तक अपने किसी भी कार्यक्रम में कोई परिवर्तन नहीं किया है.

यह भी पढ़ें : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान को भी 11 वस्तुओं से कराया जाएगा स्नान, करनी होगी ये प्रक्रिया

यह भी पढ़ें : अयोध्या में 22 जनवरी का कार्यक्रम राजनीतिक, प्रधानमंत्री और आरएसएस पर केंद्रित : राहुल गांधी

अयोध्या: 22 जनवरी को भगवान राम के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित होने वाली प्रतिमा के अनुष्ठान में मुख्य यजमान को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी महाराज ने इस पर जानकारी दी है. बताया कि इस 6 दिवसीय अनुष्ठान में मुख्य यजमान के रूप में डॉ. अनिल मिश्रा होंगे, जो 6 दिनों तक चलने वाले सभी अनुष्ठान संपन्न करेंगे. मीडिया में यह खबरें आ गईं कि प्रधानमंत्री अब कार्यक्रम के यजमान नहीं होंगे, जबकि सभी कार्यक्रम पूर्ववत हैं. प्रधानमंत्री 22 जनवरी को सबसे पहले प्रभु श्री राम की मूर्ति की आंखों से पट्टी खोलेंगे, उनके दर्शन कर आरती उतारेंगे.

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अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में हैं.

बता दें कि 6 दिनों तक चलने वाले अनुष्ठान में स्वयं प्रधानमंत्री शामिल नहीं हो सकते. उनकी निजी व्यवस्था और सुरक्षा कारणों के चलते 6 दिन तक उन्हें अयोध्या में रोककर सभी अनुष्ठान संपन्न नहीं कराए जा सकते. ऐसे में ट्रस्ट के ही सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा अपनी पत्नी के साथ 16 जनवरी से सभी अनुष्ठान में शामिल हो रहे हैं. उन्हीं को 6 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का मुख्य यजमान बनाया गया है. इसके अलावा 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरसंघ चालक उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे. उनकी मौजूदगी में ही भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम प्रस्तावित है. ट्रस्ट ने अभी तक अपने किसी भी कार्यक्रम में कोई परिवर्तन नहीं किया है.

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