नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ऐतिहासिक पहल के तहत छह अगस्त को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी.
प्रधानमंत्री जिन रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशीला रखेंगे, उनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 55-55, बिहार के 49, महाराष्ट्र के 44, पश्चिम बंगाल के 37, मध्य प्रदेश के 34, असम के 32, ओडिशा के 25, पंजाब के 22, गुजरात और तेलंगाना के 21-21, झारखंड के 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के 18-18 स्टेशन शामिल हैं. इनमें हरियाणा के 15 और कर्नाटक के 13 स्टेशन भी शामिल हैं.
पीएमओ ने कहा कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ रुपये होगी और इससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान होंगी. पीएमओ ने कहा कि मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते हैं और रेलवे लोगों के परिवहन का पसंदीदा साधन है. पीएमओ ने कहा कि उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व को प्राथमिकता दी है.
बयान में कहा गया है कि इस दृष्टिकोण से निर्देशित होकर 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 'अमृत भारत स्टेशन योजना' शुरू की गई. इस योजना के हिस्से के रूप में, प्रधानमंत्री द्वारा 508 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखी जा रही है.
पीएमओ ने कहा, ‘‘इन स्टेशनों का पुनर्विकास 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा. शहर के दोनों किनारों के समुचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को 'सिटी सेंटर' के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। यह एकीकृत दृष्टिकोण शहर के समग्र शहरी विकास के समग्र दृष्टिकोण से प्रेरित है, जो रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित है.’’
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(भाषा)