वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने काशी को हजारों करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी. इसी क्रम में पीएम मोदी ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय को भी एक बड़ी सौगात दी. प्रधानमंत्री ने विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय गर्ल्स हॉस्टल की सौगात दी. इस अंतरराष्ट्रीय गर्ल्स हॉस्टल में विदेश से आने वाली 400 छात्राएं रहेंगी. विश्वविद्यालय में मौजूदा समय में 49 देशों के 572 विद्यार्थी विभिन्न विभागों में पढ़ाई कर रहे हैं. ऐसे में यह बीएचयू के लिए बड़ी सौगात मानी जा रही है.
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में पढ़ाई के माहौल को लगातार सुधारने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए केंद्र सरकार अपनी तरफ से योजनाओं को चला रही है, जिससे छात्रों को कोई समस्या न आए. यही वजह है कि एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की रैकिंग में काफी सुधार हुआ है. यहां पर विदेश से पढ़ने आने वाले छात्रों की देखरेख व रहने का प्रबंध यानी कि हॉस्टल की सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया है. इसी क्रम में शुक्रवार को पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला छात्रावास की सौगात दी.
50 करोड़ रुपये की लागत से 200 कमरों का हॉस्टल
बीएचयू प्रशासन का कहना है कि विश्वविद्यालय में 200 कमरों वाला इंटरनेशनल बॉयज हास्टल बनाने का काम पहले से ही चल रहा है. इसके 169 कमरों में 263 विद्यार्थी रह रहे हैं. इसके बाद पीएम मोदी ने विश्वविद्यालय को 50 करोड़ की लागत से 200 कमरों के इंटरनेशनल गर्ल्स हॉस्टल की सौगात दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इस इंटरनेशनल गर्ल्स हॉस्टल में विदेश से आने वाली 400 छात्राएं रह पाएंगी. इसका निर्माण कश्यपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने किया है. इस हॉस्टल में जिम, बैडमिंटन कोर्ट, कॉमन हॉल और लाउंड्री है.
49 देशों के 572 विद्यार्थी कर रहे पढ़ाई
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि विश्वविद्यालय के हॉस्टल में 49 देशों के 572 विद्यार्थी विभिन्न विभागों में पढ़ाई कर रहे हैं. पिछले साल 270 विद्यार्थियों का प्रवेश हुआ था. इस साल बढ़ाकर इसे 325-350 करने का लक्ष्य है. विश्वविद्यालय में विदेशी विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए एक और हॉस्टल मिल गया है. इस गर्ल्स हॉस्टल का लोकार्पण पीएम मोदी ने कर दिया है. इस हॉस्टल के बाद बीएचयू में विदेशी छात्र-छात्राओं के हॉस्टल की सुविधा 535 कमरों तक पहुंच जाएगी. इससे पहले विदेशी छात्रों-छात्राओं के लिए 123 कमरे ही थे.
एक महीने के अंदर तैयार हो जाएगा पूरा हॉस्टल
प्रो. एसवीएस राजू ने बताया कि हॉस्टल के कमरों के अंदर हम सारी फैसिलिटीज को लागू कर रहे हैं. सारी सुविधाएं देना शुरू कर रहे हैं. अभी तक चार-पांच फ्लोर तैयार हैं. एक महीने के अंदर सब सुविधाएं शुरू हो जाएंगी. हमारे यहां एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. रिजल्ट अगस्त में मिलेंगे. भारतीय छात्र जब यहां पर आकर एडमिशन लेंगे, उसी समय विदेशी छात्र भी यहां एडमिशन लेंगे. यहां कंबाइंड क्लासेज चलती हैं. जब तक वे लोग आते हैं, तब तक कोशिश रहेगी कि पूरा हॉस्टल तैयार होकर रहने के लिए मिल जाएगा. अभी सारी सुविधाओं की व्यवस्था कर रहे हैं.
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