ETV Bharat / bharat

कोरोना टीकों पर बोले पीएम, सहयोग की भावना बनाए रखना जरूरी - पड़ोसी देशों के साथ

पड़ोसी देशों के साथ कोविड-19 प्रबंधन को लेकर आयोजित कार्यशाला को कर रहे संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी पड़ोसी देशों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महामारी के दौरान सभी ने मिलकर बहतर कार्य किया और एक दूसरे को कोर्डिनेट किया.

पड़ोसी देशों के साथ COVID-19 प्रबंधन
पड़ोसी देशों के साथ COVID-19 प्रबंधन
author img

By

Published : Feb 18, 2021, 3:08 PM IST

Updated : Feb 18, 2021, 4:01 PM IST

नई दिल्ली : पड़ोसी देशों के साथ कोविड-19 प्रबंधन को लेकर आयोजित कार्यशाला को कर रहे संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी पड़ोसी देशों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महामारी के दौरान सभी ने मिलकर बहतर कार्य किया और एक दूसरे को कोऑर्डिनेट किया.

पीएम ने कहा कि हमारे क्षेत्र और विश्व की उम्मीदें टीकों की तेजी से तैनाती पर केंद्रित हैं. इसमें भी हमें समान कोर्डिनेशन और सहयोग की भावना बनाए रखनी चाहिए. पिछले एक साल में, हमारे स्वास्थ्य सहयोग ने बहुत कुछ हासिल किया है.

कार्यशाला को कर रहे संबोधित करते पीएम

इस दौरान पीएम मोदी ने पूछा कि क्या हमारे नागरिक उड्डयन मंत्रालय चिकित्सा आकस्मिकताओं के लिए एक क्षेत्रीय वायु एम्बुलेंस समझौते का समन्वय कर सकते हैं? क्या हम अपनी आबादी के बीच कोविड19 टीकों की प्रभावशीलता के बारे में डेटा को टकराने, संकलन और अध्ययन के लिए एक क्षेत्रीय मंच बना सकते हैं ?

कार्यशाला को कर रहे संबोधित करते पीएम

पढ़ें - कोविड-19 टीकाकरण के मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर : स्वास्थ्य मंत्रालय

क्या हम अपने डॉक्टरों और नर्सों के लिए एक विशेष वीजा योजना बनाने पर विचार कर सकते हैं? ताकि वे किसी भी देश के अनुरोध पर स्वास्थ्य आपात स्थिति के दौरान हमारे क्षेत्र में जल्दी से पहुंच सकें.

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अगर 21 वीं सदी एशियाई सदी है, तो यह दक्षिण एशिया और हिंद महासागर के देशों के बीच अधिक एकीकरण के बिना यह संभव नहीं हो सकती.

नई दिल्ली : पड़ोसी देशों के साथ कोविड-19 प्रबंधन को लेकर आयोजित कार्यशाला को कर रहे संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी पड़ोसी देशों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महामारी के दौरान सभी ने मिलकर बहतर कार्य किया और एक दूसरे को कोऑर्डिनेट किया.

पीएम ने कहा कि हमारे क्षेत्र और विश्व की उम्मीदें टीकों की तेजी से तैनाती पर केंद्रित हैं. इसमें भी हमें समान कोर्डिनेशन और सहयोग की भावना बनाए रखनी चाहिए. पिछले एक साल में, हमारे स्वास्थ्य सहयोग ने बहुत कुछ हासिल किया है.

कार्यशाला को कर रहे संबोधित करते पीएम

इस दौरान पीएम मोदी ने पूछा कि क्या हमारे नागरिक उड्डयन मंत्रालय चिकित्सा आकस्मिकताओं के लिए एक क्षेत्रीय वायु एम्बुलेंस समझौते का समन्वय कर सकते हैं? क्या हम अपनी आबादी के बीच कोविड19 टीकों की प्रभावशीलता के बारे में डेटा को टकराने, संकलन और अध्ययन के लिए एक क्षेत्रीय मंच बना सकते हैं ?

कार्यशाला को कर रहे संबोधित करते पीएम

पढ़ें - कोविड-19 टीकाकरण के मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर : स्वास्थ्य मंत्रालय

क्या हम अपने डॉक्टरों और नर्सों के लिए एक विशेष वीजा योजना बनाने पर विचार कर सकते हैं? ताकि वे किसी भी देश के अनुरोध पर स्वास्थ्य आपात स्थिति के दौरान हमारे क्षेत्र में जल्दी से पहुंच सकें.

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अगर 21 वीं सदी एशियाई सदी है, तो यह दक्षिण एशिया और हिंद महासागर के देशों के बीच अधिक एकीकरण के बिना यह संभव नहीं हो सकती.

Last Updated : Feb 18, 2021, 4:01 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.