नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जम्मू यात्रा में कुछ ही दिन शेष हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने जम्मू कश्मीर में एकीकृत कमान संरचना को आतंकवादी सदस्यों के खिलाफ चौतरफा और ऑल आउट अभियान (all out operation against the terrorist) चलाने के लिए कहा है. मंत्रालय ने यूनिफाइड कमांड की एजेंसियों को आपस में मजबूत और घनिष्ठ समन्वय रखने को कहा है. गृह मंत्रालय के एक आंतरिक संचार में कहा गया, घाटी में व्यापक तलाशी अभियान चलाने और आतंकवादी के साथ-साथ आतंकवादी संगठन के हमदर्दों का पता लगाने का सुझाव दिया गया.
उग्रवादियों के साथ सहानुभूति ठीक नहीं : गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, जम्मू-कश्मीर में सभी सुरक्षा एजेंसियों को आतंकवादियों को पनाह देने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा गया है. हाल ही में, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जम्मू-कश्मीर में उग्रवादियों से सहानुभूति रखने वालों की संपत्तियों को सील करने का फैसला किया है. एकीकृत कमांड सदस्यों के बीच उचित समन्वय का सुझाव देने वाला गृह मंत्रालय के इस निर्देश को अहम माना जा रहा है.
गृह मंत्रालय का निर्देश इस तथ्य की पुष्टि करता है कि एकीकृत कमांड सदस्यों के बीच उचित समन्वय नहीं है और इसलिए पीएम के दौरे से पहले विशेष सुरक्षा संरचना में 'कमांड की एकता' पर जोर दिया गया है.
यह भी पढ़ें- JK : गृह मंत्रालय ने कहा, हर साल 37-40 नागरिकों की हत्या, शाह के दौरे पर विरोध-प्रदर्शन नहीं
आतंकवादियों के खिलाफ तत्परता से कार्रवाई कर रहे सुरक्षाबल : बता दें कि एकीकृत कमांड संरचना 1993 से जम्मू-कश्मीर में काम कर रही है. जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एक जनवरी से अब तक 71 आतंकियों को पकड़ा है. एक अधिकारी ने बताया, जम्मू-कश्मीर में इस साल अब तक 49 आतंकवादियों को मार गिराया गया है. इस महीने में, पाकिस्तान स्थित विभिन्न आतंकवादी संगठनों के आठ आतंकवादी सदस्यों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया.