नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना' के लाभार्थियों से बातचीत की. पीएम ने कहा कि आज आप सभी से बात करके बहुत संतोष हो रहा है. संतोष इस बात का कि दिल्ली से अन्न का जो एक एक दाना भेजा गया, वो हर लाभार्थी की थाली तक पहुंच रहा है.
पीएम ने कहा कि संतोष इस बात का कि पहले की सरकारों के समय यूपी में गरीब के अनाज की जो लूट हो जाती थी, अब वो रास्ता बंद हो गया है. यूपी में जिस तरह प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को लागू किया जा रहा है, वो नए उत्तर प्रदेश की पहचान को और मजबूत करती है.
उन्होंने कहा कि आज की ये 5 अगस्त की तारीख बहुत विशेष बन गई है. ये 5 अगस्त ही है, जब दो साल पहले देश ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को और सशक्त किया था. 5 अगस्त को ही, आर्टिकल-370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर के हर नागरिक को हर अधिकार, हर सुविधा का पूरा भागीदार बनाया गया था.
उन्होंने कहा, पांच अगस्त का दिन करोड़ों रामभक्तों के संकल्प की सत्यता का प्रमाण है. राम मंदिर के निर्माण की यह प्रक्रिया राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है. जिन लोगों की तपस्या राम मंदिर में नींव की तरह जुड़ी हुई है, उन सभी को 130 करोड़ देशवासियों की ओर से नमन. सियावर रामचन्द्र की जय!
प्रधानमंत्री ने कहा, ये दशक एक तरह से उत्तर प्रदेश के पिछले 7 दशकों में जो कमी हुई उसकी भरपाई करने का दशक है. ये काम यूपी के सामान्य युवाओं, हमारी बेटियों, गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ों की पर्याप्त भागीदारी और उनको बेहतर अवसर दिए बगैर नहीं हो सकता.
'दिल्ली के सिंहासन का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है'
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने यूपी के सामर्थ्य को एक संकुचित नजरिए से देखने का तरीका बदल डाला है. यूपी भारत के ग्रोथ इंजन का पावर हाउस बन सकता है, ये आत्मविश्वास बीते सालों में पैदा हुआ है. पीएम ने कहा, दिल्ली के सिंहासन का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है, इसका सपना देखने वाले बहुत लोग आए और गए. लेकिन ऐसे लोगों ने कभी ये याद नहीं रखा की भारत की समृद्धि का रास्ता भी यूपी से होकर गुजरता है.
पीएम ने कहा, अतीत में हमने अनुभव किया है कि जब देश पर पहले इस तरह का बड़ा संकट आता था तो देश की तमाम व्यवस्थाएं बुरी तरह से हिल जाती थीं. लेकिन आज भारत, भारत का प्रत्येक नागरिक पूरी ताकत से इस महामारी का मुकाबला कर रहा है. इस मुश्किल समय में एक भी गरीब ऐसा न हो, जिसके घर में राशन न हो, ये सुनिश्चित करना जरूरी है. 100 साल का ये संकट सिर्फ महामारी का ही नहीं है, बल्कि इसने कई मोर्चों पर देश और दुनिया की अरबों की आबादी को अपनी चपेट में लिया है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश पांच अगस्त को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना दिवस मना रहा है. इस अवसर पर पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि योजना का लाभ उठाने में कोई लाभार्थी पीछे न छूट जाए.
यह भी पढ़ें- आजादी के बाद सस्ते राशन की योजनाओं का दायरा व बजट बढ़ा लेकिन प्रभाव सीमित ही रहा: मोदी
राज्य के लगभग 15 करोड़ लाभार्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के जरिए मुफ्त राशन मिल रहा है. राज्य में लगभग 80 हजार उचित मूल्य की दुकानें योजना के तहत लाभार्थियों को अनाज उपलब्ध करा रही हैं.