गोरखपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister) ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण करते हुए एम्स, खाद कारखाने और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर को राष्ट्र को समर्पित किया.
प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में गोरखपुर में निर्मित हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड के खाद कारखाने का लोकार्पण किया. मौके पर अपने संबोधन में कहा कि साल 2014 से पहले देश में यूरिया की किल्लत सुर्खियों में हुआ करती थी. लेकिन अब इस किल्लत को पूरा करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि 600 एकड़ क्षेत्र में बनाए गए खाद कारखाने का निर्माण 8603 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है. विगत 31 वर्षों से बंद पड़े इस कारखाने के प्रारंभ होने से सालाना 12.7 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का उत्पादन होगा और इससे बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होगा.
उन्होंने बताया कि गोरखपुर में 112 एकड़ क्षेत्र में 1011 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एम्स की आधारशिला वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने ही रखी थी. यह एम्स उत्तर प्रदेश तथा बिहार के साथ-साथ नेपाल को भी उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएगा.
प्रवक्ता के मुताबिक, गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में स्थित आईसीएमआर के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर में विषाणु जनित बीमारियों पर शोध के साथ ही प्रशिक्षण की सुविधा भी उपलब्ध होगी. इससे उत्तर प्रदेश और बिहार की बड़ी आबादी लाभान्वित होगी.
इसके अलावा उन्होंने एम्स और बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया. इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी मौजूद थे.
(पीटीआई-भाषा)