नई दिल्ली : भारत ऊर्जा सप्ताह के दौरान प्रमुख ऊर्जा पहलों का अनावरण किया जाएगा. भारत ऊर्जा सप्ताह 6 से 8 फरवरी तक बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मेगा G20 कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे. जिसमें दुनिया भर के 600 से अधिक प्रदर्शकों, 34 से अधिक मंत्रियों और शीर्ष ऊर्जा कंपनियों के कई सीईओ की रिकॉर्ड भागीदारी होगी. पीएमओ ने बताया कि इसके बाद, वह तुमकुरु में एचएएल हेलीकॉप्टर कारखाने को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और विभिन्न विकास पहलों की आधारशिला भी रखेंगे.
चीन, अमेरिका, रूस, ब्राजील और कई अन्य देश इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लेने वाले हैं. इस दौरान पीएम मोदी पूर्ण सत्र में भाग लेने के अलावा शीर्ष सीईओ के साथ एक गोलमेज चर्चा करेंगे. यह आयोजन भारत के G20 प्रेसीडेंसी के हिस्से के रूप में हो रहा है. यह पहली बार है जब भारत शीर्ष ऊर्जा कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की रिकॉर्ड संख्या के साथ इतना भव्य आयोजन कर रहा है. अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के अनुसार, भारत 2040 तक ऊर्जा की वैश्विक मांग का 25 प्रतिशत हिस्सा बना लेगा.
सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी अगले हफ्ते कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी पहल करेंगे. इसमें घरेलू परिवारों द्वारा खपत के लिए डबल टॉप बर्नर की सौर ऊर्जा पहल शामिल है, जो उन्हें पारंपरिक एलपीजी और पाइप्ड गैस से सौर ऊर्जा की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी. घरेलू खपत के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. यह भारत के घरेलू ऊर्जा खपत मिश्रण में एक नया जुड़ाव होगा. स्वच्छ ऊर्जा विकल्प प्रदान करने और प्रदूषण को कम करने के लिए देश ने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में एलपीजी कनेक्शन पर भी जोर दिया है.
2014 में, भारत में 14 करोड़ एलपीजी कनेक्शन थे और पिछले आठ वर्षों में इन कनेक्शनों की संख्या दोगुनी से अधिक बढ़कर 32 करोड़ हो गई है. पीएम उज्ज्वला योजना के तहत नौ करोड़ से ज्यादा एलपीजी कनेक्शन दिए जा चुके हैं. भारत ऊर्जा सप्ताह के दौरान शुरू होने वाली एक और बड़ी पहल ईंधन में इथेनॉल का मिश्रण बढ़ाना होगा. विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पीएम मोदी आगामी कार्यक्रम में ई20 पहल की शुरुआत करेंगे.
पढ़ें : Ashwini Vaishnav: कर्नाटक में वंदे भारत की तर्ज पर वंदे मेट्रो होगा: अश्विनी वैष्णव
एक सूत्र ने बताया कि ई20 कार्यक्रम के तहत, भारत का लक्ष्य 2025 तक ईंधन में इथेनॉल के मिश्रण का प्रतिशत 20 प्रतिशत तक बढ़ाने का है. प्रारंभिक चरण में, पहल में 13 राज्यों और 100 पेट्रोल पंप शामिल होंगे. भारत ने 10 प्रतिशत इथेनॉल मिलाकर ईंधन पर 40 लाख करोड़ रुपये की बचत की है. किसानों को इथेनॉल के उत्पादन के लिए फंड दिया गया है. इस पहल के पर्यावरण के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी हैं.
सूत्रों ने कहा कि भारत की वर्तमान ईंधन खपत लगभग 5 लाख मिलियन बैरल प्रतिदिन है जो एक दशक में बढ़कर 6.5 से 7 लाख मिलियन बैरल प्रतिदिन हो जाएगी. इथेनॉल सम्मिश्रण ईंधन आयात को कम करने में एक बड़ी भूमिका निभाएगा और देश को स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ने में मदद करेगा. यह सरकार के लिए फोकस का क्षेत्र है. पिछले साल, भारत ने सिंगल-यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था और इस तरह के और उपायों की घोषणा होने की उम्मीद है.
पढ़ें : Jamia Violence Case: शरजील इमाम और आसिफ इकबाल तन्हा को कोर्ट से बड़ी राहत, किया गया बरी
पता चला है कि इंडिया एनर्जी वीक में पीएम मोदी पीईटी रीसाइक्लिंग पहल की भी शुरुआत करेंगे. जिसमें करीब 10 लाख पॉलीथीन टेरेफ्थेलेट (पीईटी) बोतलों को रिसाइकिल किया जाएगा और इससे कपड़े तैयार किए जाएंगे. एक सूत्र ने बताया कि प्रक्रिया के तहत कपड़े के उत्पादन में 59 प्रतिशत कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है और इसमें 79 प्रतिशत कम कार्बन फुटप्रिंट होता है. यह भी पता चला है कि इस पहल से तैयार किए गए कपड़े देश भर में भारतीय सेना और इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के कर्मचारियों को प्रदान किए जाएंगे. पीएम मोदी एक ग्रीन मोबिलिटी रैली का भी नेतृत्व करेंगे जिसमें हाइड्रोजन बसें और इलेक्ट्रिक वाहन होंगे.
पढ़ें : Khelo India Winter Games in JK : जम्मू-कश्मीर में अनुराग ठाकुर और एलजी ने शुभंकर लॉन्च किया
(एएनआई)