नई दिल्ली : पीएम मोदी ने देश भर में ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा करने और इसकी उपलब्धता को बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी बयान के मुताबिक अधिकारियों ने ऑक्सीजन आपूर्ति में सुधार के लिए पिछले कुछ हफ्तों में किए गए प्रयासों के बारे में उन्हें जानकारी दी.
पीएम ने कई पहलुओं पर तेजी से काम करने की आवश्यकता के बारे में बात की, जिसमें ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाना, वितरण की गति और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए अभिनव तरीकों का उपयोग करना शामिल है.
पीएम को बताया गया कि राज्यों में ऑक्सीजन की मांग और पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्यों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है.
20 राज्यों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की वर्तमान मांग 6,785 मीट्रिक टन प्रति दिन है. भारत सरकार ने 21 अप्रैल से, इन राज्यों को 6,822 मीट्रिक टन प्रति दिन आवंटित किया है.
पीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'यह बात सामने आई है कि पिछले कुछ दिनों में, निजी और सार्वजनिक इस्पात संयंत्रों, उद्योगों, ऑक्सीजन निर्माताओं के योगदान के साथ-साथ गैर-आवश्यक उद्योगों के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता में 3,300 मीट्रिक टन / दिन की वृद्धि हुई है.
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बैठक में मौजूद अधिकारियों ने पीएम को सूचित किया कि वे जल्द से जल्द पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों के संचालन के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. पीएम ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया कि राज्यों को ऑक्सीजन आपूर्ति सुचारू, निर्बाध तरीके से हो.