देहरादून (उत्तराखंड): बीजेपी और कांग्रेस हाईकमान की नजरें इन दिनों देवभूमि उत्तराखंड पर लगी है. इन दोनों ही दलों के राष्ट्रीय नेता उत्तराखंड के हर मुद्दे को बारीकी से देख परख रहे हैं. यही कारण है कि कभी बीजेपी राष्ट्रीय अध्य़क्ष जेपी नड्डा उत्तराखंड पहुंचते हैं, तो कभी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हरिद्वार का दौरा करते हैं. कांग्रेस हाईकमान भी उत्तराखंड के हर मुद्दे की रिपोर्ट मांग रही है. चाहे वो अंकिता भंडारी हत्याकांड मामला हो, या फिर आपदा की समस्या हर मुद्दे पर कांग्रेस हाईकमान की नजर है. अब जल्द ही बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज उत्तराखंड का दौरा करने वाले हैं. बीजेपी की ओर से पीएम मोदी का पिथौरागढ़ दौरा प्रस्तावित है. जिसकी तैयारियां इन दिनों जोरों शोरों से चल रही हैं. वहीं, कांग्रेस की ओर से राहुल गांंधी मैदान संभालेंगे. लोकसभा चुनाव 2023 को देखते हुए दोनों नेताओं के दौरे अहम माने जा रहे हैं.
11-12 अक्टूबर को पीएम मोदी का पिथौरागढ़ दौरा प्रस्तावित: पीएम मोदी का दौर अगले महीने 11 और 12 अक्टूबर को प्रस्तावित है. इसके लिए राज्य सरकार और प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. यह दौरा राजनीतिक रूप से तो महत्वपूर्ण है ही साथ ही साथ भारत और चीन सम्बन्धों और कड़वाहट के हिसाब से भी इसे बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के दौरे पर आकर राज्य में चल रही तमाम योजनाओं का अपडेट लेने के साथ-साथ कई योजनाओं को हरी झंडी भी दिखाएंगे. इस दौर में पीएम मोदी कैलाश पर्वत के दर्शन करेंगे. इसके बाद उत्तराखंड से श्रद्धालुओं के लिए भी एक नया रास्ता खुलेगा.
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कैलाश पर्वत का दर्शन, बॉर्डर पर जनसभा करेंगे पीएम: 2018 में सेना और स्थानीय लोगों ने पिथौरागढ़ के एक ऐसे बिंदु को खोजा जहां से कैलाश मानसरोवर के दर्शन होते हैं. अब तक भगवान शिव के भक्तों को पिथौरागढ़ के लिपुलेख से होते हुए चीन और तिब्बत की इजाजत लेकर कैलाश मानसरोवर तक जाना पड़ता है. अब भारत सरकार और राज्य सरकार चाहती है कि श्रद्धालु पिथौरागढ़ से ही कैलाश के दर्शन कर सकें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जब बीती मुलाकात में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पूरे मामले की जानकारी दी थी तब ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड आने का वादा किया. ऐसे में जब पीएम मोदी पिथौरागढ़ के दौरे पर होंगे तो न केवल कैलाश मानसरोवर के दर्शन करेंगे बल्कि मौसम साफ हुआ तो ओम पर्वत के दर्शन भी राज्य सरकार उनको करवाएगी. इसके साथ ही पीएम मोदी भारत चीन सीमा बॉर्डर पर जनसभा को भी संबोधित करेंगे.
पीएम के दौरे से चीन की बढ़ेगी बौखलाहट: पीएम मोदी के दौरे के बाद अगर यह ट्रेक सफल होता है तो इससे कहीं न कहीं चीन की बौखलाहट बढ़ेगी. इस ट्रेक के विकसित होने के साथ ही यहां चहलकदमी बढ़ेगी. यहां से हो रहे पलायन पर रोक लगेगी. इसके साथ ही यहां रोजगार के नये अवसर खुलेंगे. अगर भविष्य में सब कुछ ठीक रहा तो यहां हेलीपैड, नई सड़कों का जाल भी बिछाया जाएगा. इसके साथ ही इस क्षेत्र के लिए कई योजनाएं भी बनाई जाएंगी. जिससे इस इलाके का चहुमुखी विकास होगा.
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'हिंदुत्व' का सहारा, लोकसभा चुनाव निशाना: मौजूदा विपक्ष के प्रदेश अध्यक्ष हो या पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस के कई बड़े नेता कुमाऊं से ही आते हैं. ऐसे में नैनीताल और अल्मोड़ा लोकसभा सीटों पर इसका सीधा असर भी पड़ेगा. इसलिए चुनाव से पहले पीएम मोदी की एक जनसभा कुमाऊं में रखी गई है. हालांतकि बीजेपी का कहना है कि पीएम मोदी लोकसभा चुनाव से पहले कई बार उत्तराखंड आएंगे. फिलहाल पीएम मोदी इस दौरे में कई योजनाओं का शिलान्यास करेंगे. साथ ही वे कैलाश मानसरोवर पर्वत के दर्शन करेंगे. मतलब साफ है कि उत्तराखंड आकर भी पीएम मोदी हिंदुत्व को लुभाने की पूरी कोशिश करेंगे. नया कैलाश मानसरोवर ट्रेक इस मामले में बीजेपी के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है.
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उत्तराखंड में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा: वहीं, बात अगर कांग्रेस की करें तो उम्मीद यही है कि अगले महीने ही पीएम मोदी के दौरे के बाद राहुल गांधी पहुंचेंगे. राहुल गांधी को सितंबर महीने में ही भारत जोड़ो यात्रा के एक चरण में उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं में भ्रमण करना था. इसके लिए बीते महीने पूरी प्लानिंग भी कर ली गई थी, लेकिन, किन्हीं कारणों से राहुल गांधी के इस दौरे को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका. ऐसे में कांग्रेस नेताओं की माने तो जल्द ही इस मामले में कोई फैसला लिया जाएगा. हालांकि, अभी राहुल के दौरे के लेकर कोई तारीख तय नहीं हुई है.
उत्तराखंड के मुद्दों को उठाएंगे राहुल गांधी: इतना जरूर है कि कांग्रेस राहुल गांधी को उत्तराखंड बुलाकर लोकसभा चुनाव से पहले अंकित भंडारी हत्याकांड से लेकर महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार और महंगाई जैसे मुद्दों को उठाने की पूरी कोशिश करेगी. कांग्रेस राहुल गांधी को छोटे-छोटे गांव में ले जाकर छोटी-छोटी जनसभाओं और बुजुर्ग लोगों के साथ जोड़ने की कोशिश करेगी. उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महरा का कहना है कि अभी फिलहाल ऊपर से यह आदेश है कि छोटे-छोटे संगठनों से संपर्क किया जाए. उनके साथ संबंध बनाये जाये.
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खास होगा दिग्गजों का देवभूमि दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो या कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी दोनों ही नेता छोटे से राज्य उत्तराखंड में अगर लोकसभा चुनाव से पहले पहुंच रहे हैं तो इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हिमालय में आकर चाहे वह सत्ता पक्ष हो या विपक्ष दोनों ही देश को बड़ा संदेश भेजने का काम करेंगे. यह बात इससे पहले हुए लोकसभा चुनाव में भी देखी थी जब चुनाव से पहले पीएम मोदी केदारनाथ में भक्ति के रंग में नजर आए थे. राहुल भी यहां चुनावी रैली में पूरे रंग में नजर आये थे. अब एक बार फिर से राष्ट्रीय दलों के ये दो दिग्गज फिर से देवभूमि के दौरे पर आने वाले हैं.