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योग यात्रा को हमें अनवरत आगे बढ़ाना है : प्रधानमंत्री

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Published : Jun 21, 2021, 6:42 AM IST

Updated : Jun 21, 2021, 10:20 AM IST

विश्व योग दिवस (International Yoga Day) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने कहा कोरोना महामारी के बीच योग की प्रासंगिकता और बढ़ जाती है. इस बार की थीम 'स्वास्थ्य के लिए योगा (Yoga for Well Being)' है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली : सातवें विश्व योग दिवस (International Yoga Day) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा कि दो वर्ष से दुनियाभर के देशों और भारत में भले ही कोरोना के कारण बड़े कार्यक्रम आयोजित नहीं हो रहे हैं लेकिन योग के प्रति लोगों का उत्साह कम नहीं है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है तो योग उम्मीद की एक किरण बना हुआ है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के बावजूद इस बार की योग दिवस की थीम 'योग फॉर वेलनेस' ने करोड़ो लोगों में योग के प्रति उत्साह को और बढ़ाया. मैं आज योग दिवस पर ये कामना करता हूं कि हर देश हर समाज और हर व्यक्ति स्वस्थ हो. सब एकसाथ मिलकर एक दूसरे की ताकत बनें.

पीएम का संबोधन

प्रधानमंत्री ने कहा कि योग से प्रेम बढ़ा है. पिछले डेढ़ साल से योग करने वाले बढ़े हैं. कोरोना के अदृश्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी तो कोई भी देश साधनों से तैयार नहीं था, ऐसे कठिन समय में योग आत्मबल का साधन बना.

'बीमारी है तो उसकी जड़ तक जाओ'

प्रधानमंत्री ने कहा कि महान तमिल संत श्री तिरुवल्लुवर जी ने कहा कि अगर कोई बीमारी है तो उसकी जड़ तक जाओ, बीमारी की वजह क्या है वो पता करो, फिर उसका इलाज शुरू करो. योग यही रास्ता दिखाता है.

भारत के ऋषियों ने, भारत ने जब भी स्वास्थ्य की बात की है, तो इसका मतलब केवल शारीरिक स्वास्थ्य नहीं रहा है. इसीलिए, योग में फिजिकल हेल्थ के साथ साथ मेंटल हेल्थ पर इतना जोर दिया गया है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत ने यूनाइटेड नेशंस में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तो उसके पीछे यही भावना थी कि ये योग विज्ञान पूरे विश्व के लिए सुलभ हो.आज इस दिशा में भारत ने UN, WHO के साथ मिलकर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है.

सबको साथ लेकर चलने वाली मानवता की ये योग यात्रा को हमें ऐसे ही अनवरत आगे बढ़ाना है. कोई भी स्थान हो, कोई भी परिस्थिति हो, कोई भी आयु हो, हर एक के लिए योग के पास कोई न कोई समाधान जरूर है.

'स्वास्थ्य के लिए योगा'
इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2021 की थीम (International Yoga Day 2021 Theme) 'स्वास्थ्य के लिए योगा (Yoga for Well Being)' है. इस वर्ष योग दिवस की थीम वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर रखी गई है. गत वर्ष के योग दिवस की थीम 'परिवार के साथ योग' (Yoga with Family) रखी गई थी.

2015 से हुई शुरुआत

यूं तो भारत में योग का इतिहास करीब पांच हजार साल पुराना है. लेकिन 21 जून की तारीख ने पिछले कुछ ही बरस में इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है. अन्य तमाम घटनाओं के अलावा यह तारीख छह वर्ष पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में इतिहास में दर्ज हुई जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी. 21 जून 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई.

पढ़ें- International Yoga Day-2021: जानें, इसका पूरा इतिहास

देखते ही देखते दुनिया के तमाम देश इस मुहिम में शामिल हो गए.

नई दिल्ली : सातवें विश्व योग दिवस (International Yoga Day) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा कि दो वर्ष से दुनियाभर के देशों और भारत में भले ही कोरोना के कारण बड़े कार्यक्रम आयोजित नहीं हो रहे हैं लेकिन योग के प्रति लोगों का उत्साह कम नहीं है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है तो योग उम्मीद की एक किरण बना हुआ है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के बावजूद इस बार की योग दिवस की थीम 'योग फॉर वेलनेस' ने करोड़ो लोगों में योग के प्रति उत्साह को और बढ़ाया. मैं आज योग दिवस पर ये कामना करता हूं कि हर देश हर समाज और हर व्यक्ति स्वस्थ हो. सब एकसाथ मिलकर एक दूसरे की ताकत बनें.

पीएम का संबोधन

प्रधानमंत्री ने कहा कि योग से प्रेम बढ़ा है. पिछले डेढ़ साल से योग करने वाले बढ़े हैं. कोरोना के अदृश्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी तो कोई भी देश साधनों से तैयार नहीं था, ऐसे कठिन समय में योग आत्मबल का साधन बना.

'बीमारी है तो उसकी जड़ तक जाओ'

प्रधानमंत्री ने कहा कि महान तमिल संत श्री तिरुवल्लुवर जी ने कहा कि अगर कोई बीमारी है तो उसकी जड़ तक जाओ, बीमारी की वजह क्या है वो पता करो, फिर उसका इलाज शुरू करो. योग यही रास्ता दिखाता है.

भारत के ऋषियों ने, भारत ने जब भी स्वास्थ्य की बात की है, तो इसका मतलब केवल शारीरिक स्वास्थ्य नहीं रहा है. इसीलिए, योग में फिजिकल हेल्थ के साथ साथ मेंटल हेल्थ पर इतना जोर दिया गया है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत ने यूनाइटेड नेशंस में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तो उसके पीछे यही भावना थी कि ये योग विज्ञान पूरे विश्व के लिए सुलभ हो.आज इस दिशा में भारत ने UN, WHO के साथ मिलकर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है.

सबको साथ लेकर चलने वाली मानवता की ये योग यात्रा को हमें ऐसे ही अनवरत आगे बढ़ाना है. कोई भी स्थान हो, कोई भी परिस्थिति हो, कोई भी आयु हो, हर एक के लिए योग के पास कोई न कोई समाधान जरूर है.

'स्वास्थ्य के लिए योगा'
इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2021 की थीम (International Yoga Day 2021 Theme) 'स्वास्थ्य के लिए योगा (Yoga for Well Being)' है. इस वर्ष योग दिवस की थीम वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर रखी गई है. गत वर्ष के योग दिवस की थीम 'परिवार के साथ योग' (Yoga with Family) रखी गई थी.

2015 से हुई शुरुआत

यूं तो भारत में योग का इतिहास करीब पांच हजार साल पुराना है. लेकिन 21 जून की तारीख ने पिछले कुछ ही बरस में इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है. अन्य तमाम घटनाओं के अलावा यह तारीख छह वर्ष पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में इतिहास में दर्ज हुई जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी. 21 जून 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई.

पढ़ें- International Yoga Day-2021: जानें, इसका पूरा इतिहास

देखते ही देखते दुनिया के तमाम देश इस मुहिम में शामिल हो गए.

Last Updated : Jun 21, 2021, 10:20 AM IST
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