नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज भाजपा के स्थापना दिवस के अवसर पर देश भर के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने पार्टी मख्यालय में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि दी.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सभी को भाजपा स्थापना दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा कि पार्टी के गौरवशाली यात्रा के आज 41 वर्ष पूरे हो रहे हैं. ये 41 वर्ष इस बात के साक्षी हैं कि सेवा और समर्पण के साथ कोई पार्टी कैसे काम करती है.
पीएम ने कहा कि पहले सरकारों के प्रदर्शन का मानदंड उसकी घोषणाओं से होता था लेकिन पिछले कुछ सालों में यह अवधारणा बदली है और अब सरकारों का मूल्यांकन केंद्र की योजनाओं का जमीन तक पहुंचने से हो रहा है.
उन्होंने कहा, आखिरी पायदान पर खड़े इंसान तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाना और हकदार तक उसका हक पहुंचाना हमारी सरकार की विशेषता रही है. यह भाजपा सरकारों के कामकाज का मूल मंत्र रहा है.
मोदी ने कहा कि इसके बावजूद भाजपा जब चुनाव जीतती है तो, उसे चुनाव जीतने की मशीन कहा जाता है जबकि दूसरे जीतते हैं तो पार्टी और उसके नेताओं की वाहवाही की जाती है.
उन्होंने कहा, इस तरह के दो मापदंड हम देख रहे हैं. जो लोग कहते हैं कि भाजपा चुनाव जीतने की मशीन है, वह एक प्रकार से भारत के लोकतंत्र की परिपक्वता, भारत के नागरिकों की सूझबूझ का आकलन ही नहीं कर पाते हैं.
उन्होंने कहा, सच्चाई यह है कि भाजपा चुनाव जीतने की मशीन नहीं, देश और देशवासियों का दिल जीतने वाला अविरल, अनवरत अभियान है. हम पांच साल तक ईमानदारी से जनता की सेवा करते हैं. हर परिस्थिति में हम जनता से जुड़े रहते हैं. जनता के लिए जीते रहते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा की सरकारों का मतलब राष्ट्र निर्माण के लिए सही नीति, साफ नीयत और सटीक निर्णय है.
विरोधियों पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम खुले दिल से, भाजपा के घोर विरोधी रहे व्यक्तित्वों का भी सम्मान करते हैं, उन्हें सम्मान देते हैं. भारत रत्न से लेकर पद्म पुरस्कार, इसका उदाहरण हैं. पद्म पुरस्कारों में हमने जो बदलाव किए हैं, वो तो अपने आप में पूरी एक गाथा है.
उन्होंने आगे कहा कि ये भाजपा ही है जहां कार्यकर्ता अपना तन, मन, धन देकर पार्टी की सेवा करते हैं. पार्टी के लिए सैकड़ों कार्यकर्ता अपना बलिदान दे चुके हैं. सैकड़ों कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है.
विरोधियों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में हमारे कार्यकर्ताओं को धमकियां दी जाती हैं, उन पर हमले होते हैं, उनके परिवार पर हमले होते हैं. लेकिन अपनी विचारधारा के लिए वो अडिग रहते हैं, डटे रहते हैं. वहीं, वंशवाद और परिवारवाद का हश्र भी 21वीं सदी का भारत देख रहा है.
आज गलत नरैटिव बनाए जाते हैं- कभी CAA को लेकर, कभी कृषि कानूनों को लेकर, कभी लेबर लॉ को लेकर, बीजेपी के प्रत्येक कार्यकर्ता को समझना होगा कि इसके पीछे सोची-समझी राजनीति है, ये एक बहुत बड़ा षड़यंत्र है.
वहीं, दूसरी तरफ बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पीएम मोदी के चुनावी रैली को लेकर कई बार उन पर निशाना साध चुकी हैं. उन्होंने कई बार चुनाव आयोग में इसकी शिकायत की है. बता दें कि ममता ने पीएम के बांग्लादेश दौरे को लेकर भी कई सवाल खड़े किए थे.
छह अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना हुई थी. वर्ष 1984 में भाजपा ने लोकसभा चुनावों में दो सीटों पर जीत हासिल की थी और इसके बाद से ही यह मजबूत होती चली गई. वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला और फिर 2019 में भी उसकी जीत का सिलसिला बरकरार रहा.