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तीखे से तीखे सवाल करें सांसद, पर जवाब देने का मौका भी दें : पीएम

संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम चाहते हैं कि संसद में सार्थक चर्चा हो. सार्थक चर्चा से सांसदों के भी कई सारे सुझाव मिलेंगे और महामारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत नयापन भी आ सकता है. साथ ही पीएम ने विपक्ष से शांतिपूर्ण वातावरण तीखे से तीखे सवाल करने का आग्रह किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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Published : Jul 19, 2021, 12:37 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सांसदों और सभी राजनीतिक दलों से संसद के मानसून सत्र में तीखे से तीखे सवाल करने का आग्रह किया, लेकिन साथ में यह भी कहा कि शांत वातावरण में वह सरकार को जवाब देने का मौका दें.

संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि कोविड-19 सहित सभी मुद्दों पर यह सत्र सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो क्योंकि जनता कई मुद्दों पर जवाब चाहती है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार भी पूरी तरह तैयार है.

पीएम मोदी का संबोधन

प्रधानमंत्री ने दोनों सदनों के नेताओं से मंगलवार की शाम कुछ समय निकालने का आग्रह किया और कहा कि वह महामारी के संबंध में सारी विस्तृत जानकारी उन्हें भी देना चाहते हैं.

उन्होंने टीका लगाने वालों को 'बाहुबली' करार दिया और कहा कि अब तक 40 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है और आगे भी यह सिलसिला तेज गति से जारी रहेगा.

'कोरोना महामारी पर हो सार्थक चर्चा'
उन्होंने कहा, 'कोरोना ऐसी महामारी है जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया हुआ है. पूरी मानव जाति को अपने चपेट में लिया हुआ है. इसलिए हम चाहते हैं कि संसद में भी इस महामारी के संबंध में सार्थक चर्चा हो. प्राथमिकता देते हुए इस पर चर्चा हो.'

प्रधानमंत्री ने कहा कि सार्थक चर्चा से सांसदों के भी कई सारे सुझाव मिलेंगे और महामारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत नयापन भी आ सकता है.

उन्होंने कहा, कुछ कमियां रह गई हों तो उसमें भी सुधार किया जा सकता है. इस लड़ाई में सभी साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं. मैंने सदन के सभी नेताओं से भी आग्रह किया है कि कल शाम को अगर वह समय निकालें तो महामारी के संबंध में सारी विस्तृत जानकारी उनको भी मैं देना चाहता हूं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के मुद्दे पर वह सभी मुख्यमंत्रियों और अन्य मंचों पर भी लोगों से चर्चा करते रहे हैं.

'मानसून सत्र परिणाम देने वाला हो'
उन्होंने कहा, 'यह सत्र परिणाम देने वाला हो. सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो. देश की जनता जो जवाब चाहती है, वह जवाब देने की सरकार की पूरी तैयारी है. मैं सभी सांसदों और राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि वह तीखे से तीखे सवाल पूछें.. हर बार सवाल पूछें, लेकिन शांत वातावरण में सरकार को जवाब देने का मौका भी दें.'

उन्होंने कहा कि जनता के पास सत्य पहुंचाने से लोकतंत्र को भी ताकत मिलती है, जनता का भी विश्वास बढ़ता है और देश की प्रगति की गति भी तेज होती है. उन्होंने कहा कि करीब सभी सांसदों को कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक लग चुकी है और उम्मीद जताई कि संसद की कार्यवाही कवर वाले पत्रकारों ने भी टीके की कम से कम पहली खुराक ले ली होगी.

यह भी पढ़ें- लोकसभा में बोले पीएम मोदी, नए मंत्रियों का सम्मान करे विपक्ष

उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सभी सांसदों को कोरोना संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करने में सहयोग देना होगा.

उन्होंने कहा, यह टीका जो है बाहू पर लगता है और जब लग जाता है तो आप सब बाहुबली बन जाते हैं. कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए बाहुबली बनने का एक ही उपाय है कि आप अपनी बाहू पर टीका लगवा दीजिए. अब तक 40 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बाहुबली बन चुके हैं. आगे भी इस काम को तेज गति से आगे बढ़ाया जा रहा है.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सांसदों और सभी राजनीतिक दलों से संसद के मानसून सत्र में तीखे से तीखे सवाल करने का आग्रह किया, लेकिन साथ में यह भी कहा कि शांत वातावरण में वह सरकार को जवाब देने का मौका दें.

संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि कोविड-19 सहित सभी मुद्दों पर यह सत्र सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो क्योंकि जनता कई मुद्दों पर जवाब चाहती है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार भी पूरी तरह तैयार है.

पीएम मोदी का संबोधन

प्रधानमंत्री ने दोनों सदनों के नेताओं से मंगलवार की शाम कुछ समय निकालने का आग्रह किया और कहा कि वह महामारी के संबंध में सारी विस्तृत जानकारी उन्हें भी देना चाहते हैं.

उन्होंने टीका लगाने वालों को 'बाहुबली' करार दिया और कहा कि अब तक 40 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है और आगे भी यह सिलसिला तेज गति से जारी रहेगा.

'कोरोना महामारी पर हो सार्थक चर्चा'
उन्होंने कहा, 'कोरोना ऐसी महामारी है जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया हुआ है. पूरी मानव जाति को अपने चपेट में लिया हुआ है. इसलिए हम चाहते हैं कि संसद में भी इस महामारी के संबंध में सार्थक चर्चा हो. प्राथमिकता देते हुए इस पर चर्चा हो.'

प्रधानमंत्री ने कहा कि सार्थक चर्चा से सांसदों के भी कई सारे सुझाव मिलेंगे और महामारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत नयापन भी आ सकता है.

उन्होंने कहा, कुछ कमियां रह गई हों तो उसमें भी सुधार किया जा सकता है. इस लड़ाई में सभी साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं. मैंने सदन के सभी नेताओं से भी आग्रह किया है कि कल शाम को अगर वह समय निकालें तो महामारी के संबंध में सारी विस्तृत जानकारी उनको भी मैं देना चाहता हूं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के मुद्दे पर वह सभी मुख्यमंत्रियों और अन्य मंचों पर भी लोगों से चर्चा करते रहे हैं.

'मानसून सत्र परिणाम देने वाला हो'
उन्होंने कहा, 'यह सत्र परिणाम देने वाला हो. सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो. देश की जनता जो जवाब चाहती है, वह जवाब देने की सरकार की पूरी तैयारी है. मैं सभी सांसदों और राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि वह तीखे से तीखे सवाल पूछें.. हर बार सवाल पूछें, लेकिन शांत वातावरण में सरकार को जवाब देने का मौका भी दें.'

उन्होंने कहा कि जनता के पास सत्य पहुंचाने से लोकतंत्र को भी ताकत मिलती है, जनता का भी विश्वास बढ़ता है और देश की प्रगति की गति भी तेज होती है. उन्होंने कहा कि करीब सभी सांसदों को कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक लग चुकी है और उम्मीद जताई कि संसद की कार्यवाही कवर वाले पत्रकारों ने भी टीके की कम से कम पहली खुराक ले ली होगी.

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उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सभी सांसदों को कोरोना संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करने में सहयोग देना होगा.

उन्होंने कहा, यह टीका जो है बाहू पर लगता है और जब लग जाता है तो आप सब बाहुबली बन जाते हैं. कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए बाहुबली बनने का एक ही उपाय है कि आप अपनी बाहू पर टीका लगवा दीजिए. अब तक 40 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बाहुबली बन चुके हैं. आगे भी इस काम को तेज गति से आगे बढ़ाया जा रहा है.

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