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इस साल अक्टूबर तक पीएम जन धन योजना के खातों की संख्या बढ़कर 44 करोड़ हुई

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Published : Oct 29, 2021, 3:38 PM IST

Updated : Oct 29, 2021, 4:27 PM IST

केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) के तहत खोले गए बैंक खातों की संख्या सात साल में अक्टूबर 2021 तक 44 करोड़ हो गई है. पढ़िए पूरी खबर..

प्रधानमंत्री जन धन योजना
प्रधानमंत्री जन धन योजना

नई दिल्ली : केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) को आम जनता ने खूब पसंद किया है. इस योजना के तहत खोले गए बैंक खातों की संख्या सात साल में अक्टूबर 2021 तक 44 करोड़ हो गई है.

पीएमजेडीवाई की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में की थी, और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए 28 अगस्त 2014 को एक साथ इसे लॉन्च किया गया था. यह राष्ट्रीय मिशन यह सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया था कि लोगों की वित्तीय सेवाओं, अर्थात् बैंकिंग, प्रेषण, ऋण, बीमा, पेंशन तक किफायती तरीके से पहुंच हो.

इस संबंध में आर्थिक मामलों के विभाग की आर्थिक सलाहकार मनीषा सेन शर्मा ने 'वित्तीय समावेशन पर राष्ट्रीय ई-शिखर - समावेशी भारत के लिए रोडमैप' विषय पर एक कार्यक्रम में कहा कि पीएम जन धन योजना को लॉन्च होने के बाद से अपार सफलता मिली है.

ये भी पढ़ें - जन धन योजना के अंतर्गत कुल निष्क्रिय खातों की संख्या 5.82 करोड़ : सरकार

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के कार्यान्वयन के लिए एक डिजिटल पाइपलाइन बिछाई गई है जिससे अक्टूबर 2021 तक, लगभग 44 करोड़ लाभार्थियों को अब तक बैंक से जोड़ा गया है और हम बहुत छोटे से बहुत अधिक धन जुटाने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि बैंक खातों को आधार और मोबाइल नंबरों से जोड़ा जा रहा है. आर्थिक सलाहकार ने कहा कि इससे सामाजिक क्षेत्र के कार्यक्रमों के लक्ष्यीकरण को बेहतर बनाने में मदद मिली है.

सेन शर्मा ने कहा कि पहले भी सरकार की ओर से काफी लाभ मिल रहा था लेकिन इसमें संदेह था कि वे सही लोगों तक पहुंच रहे हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से लाभ अब पात्र और पहचाने गए लाभार्थी तक पहुंच रहा है ताकि संसाधनों की बर्बादी न हो.

(पीटीआई)

नई दिल्ली : केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) को आम जनता ने खूब पसंद किया है. इस योजना के तहत खोले गए बैंक खातों की संख्या सात साल में अक्टूबर 2021 तक 44 करोड़ हो गई है.

पीएमजेडीवाई की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में की थी, और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए 28 अगस्त 2014 को एक साथ इसे लॉन्च किया गया था. यह राष्ट्रीय मिशन यह सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया था कि लोगों की वित्तीय सेवाओं, अर्थात् बैंकिंग, प्रेषण, ऋण, बीमा, पेंशन तक किफायती तरीके से पहुंच हो.

इस संबंध में आर्थिक मामलों के विभाग की आर्थिक सलाहकार मनीषा सेन शर्मा ने 'वित्तीय समावेशन पर राष्ट्रीय ई-शिखर - समावेशी भारत के लिए रोडमैप' विषय पर एक कार्यक्रम में कहा कि पीएम जन धन योजना को लॉन्च होने के बाद से अपार सफलता मिली है.

ये भी पढ़ें - जन धन योजना के अंतर्गत कुल निष्क्रिय खातों की संख्या 5.82 करोड़ : सरकार

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के कार्यान्वयन के लिए एक डिजिटल पाइपलाइन बिछाई गई है जिससे अक्टूबर 2021 तक, लगभग 44 करोड़ लाभार्थियों को अब तक बैंक से जोड़ा गया है और हम बहुत छोटे से बहुत अधिक धन जुटाने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि बैंक खातों को आधार और मोबाइल नंबरों से जोड़ा जा रहा है. आर्थिक सलाहकार ने कहा कि इससे सामाजिक क्षेत्र के कार्यक्रमों के लक्ष्यीकरण को बेहतर बनाने में मदद मिली है.

सेन शर्मा ने कहा कि पहले भी सरकार की ओर से काफी लाभ मिल रहा था लेकिन इसमें संदेह था कि वे सही लोगों तक पहुंच रहे हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से लाभ अब पात्र और पहचाने गए लाभार्थी तक पहुंच रहा है ताकि संसाधनों की बर्बादी न हो.

(पीटीआई)

Last Updated : Oct 29, 2021, 4:27 PM IST
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