बेंगलुरु : कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित लोगों के मुफ्त अंतिम संस्कार के मकसद से कर्नाटक के गुडेलाहल्ली में एक श्मशान स्थापित किया गया है. यहां तक पहुंचने के लिए जो पोस्टर लगाया गया है, इस पर पीएम मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की फोटो भी लगाई गई है. इन दोनों के अलावा प्रदेश के राजस्व मंत्री आर अशोक और बेंगलुरु विकास प्राधिकरण (बीडीए) के अध्यक्ष एसआर विश्वनाथ, बेंगलुरु शहर के विधायक पंचायत अध्यक्ष मारिस्वामी की तस्वीरें भी छपी हैं.
इस पोस्टर पर कन्नड़ भाषा में यह भी लिखा गया कि परिजनों, एम्बुलेंस चालकों और कोरोना संक्रमित शख्स के अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.
स्थानीय लोगों ने इस पोस्टर को सोशल मीडिया पर शेयर किया और इसकी निंदा की. हालांकि, फोटो वायरल होने से उपजे विवाद के बाद फ्लेक्स हटा दिया गया है.
इस खबर के सामने आते ही, यलहंका के विधायक और बीडीए अध्यक्ष एसआर विश्वनाथ ने इस पर खेद जताया.
उन्होंने कहा कि इस स्थान के चारों तरफ चट्टान फैले हैं. मैंने मानवीय और सामाजिक सरोकारों से जुड़े लोगों को यहां आने वाले लोगों को पीने का पानी और भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों के लिए पीने का पानी और अन्य बुनियादी सुविधाएं यहां मौजूद नहीं है.
पढ़ें - अमानवीयता : पति के शव के साथ महिला को सड़क किनारे ढकेलकर भागा ट्रैक्सी ड्राइवर
एसआर विश्वनाथ ने कहा कि पोस्टर पर छपी पीएम और सीएम की फोटो को लेकर उन्होंने कहा कि इस तरह से फ्लेक्स लगाना सही नहीं है.
उन्होंने कहा कि मुझे फ्लेक्स के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो अंतिम संस्कार या इन मामलों में राजनीति करता हो. मुझे इसकी आवश्यकता भी नहीं है. विश्वनाथ ने कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कोरोना महामारी जैसी स्थिति को नजरअंदाज करते हुए गलती की है.