नई दिल्लीः कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Union Law and Justice Minister Kiren Rijiju) ने कहा कि भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (Chinese Peoples Liberation Army) के बीच बुधवार को हॉटलाइन पर बात हुई. इस दौरान चीन ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अरुणाचल प्रदेश के लापता युवक (Arunachal youth missing) को सौंपने का संकेत दिया. मंत्री ने कहा पीएलए ने रिहाई के स्थान के बारे में सुझाव दिया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि वे जल्द ही तारीख और समय के बारे में बता सकते हैं. देरी के लिए उनकी ओर से खराब मौसम की स्थिति को जिम्मेदार ठहराया गया है.
रिजिजू ने मंगलवार को कहा था कि भारत ने अरुणाचल प्रदेश के एक लापता किशोर का विवरण चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के साथ साझा किया है ताकि उनकी हिरासत में रखे गए युवक की पहचान की पुष्टि की जा सके. उन्होंने बुधवार को कहा कि भारतीय सेना द्वारा गणतंत्र दिवस पर चीनी पीएलए के साथ हॉटलाइन पर बात हुई. पीएलए ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए हमारे नागरिक को सौंपने का संकेत दिया. रिहाई की जगह के बारे में सुझाव दिया है.
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रिजिजू ने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि पहचान की पुष्टि करने में चीनी पक्ष की मदद के लिए, भारतीय सेना ने चीनी पक्ष के साथ उसका व्यक्तिगत विवरण और फोटो साझा किया है. चीनी पक्ष से प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है. अरुणाचल प्रदेश से किशोर के लापता होने को लेकर राहुल गांधी सहित विभिन्न कांग्रेस नेताओं ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा था.
रिजिजू ने कहा था कि हम पहले दिन से ही लगातार मामले पर नजर रख रहे हैं. मैं सभी से ऐसे बयान देने में सतर्कता बरतने की अपील करता हूं जो तथ्यों पर आधारित नहीं हैं क्योंकि हमारे अरुणाचल प्रदेश के युवा की सुरक्षा और सुरक्षित वापसी प्राथमिकता है. 19 वर्षीय मिराम तारोन अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले से 18 जनवरी को लापता हो गया था. बयान के अनुसार कुछ लोगों ने बताया कि चीनी पीएलए ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया था.
(पीटीआई)