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भारत-नेपाल की बैठक में पिथौरागढ़ पथराव मामले पर चर्चा, नेपाल ने दिया कार्रवाई का भरोसा

धारचूला में भारत नेपाल सीमा समन्वय समिति की बैठक हुई. जिसमें दोनों देश के अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान भारत ने पिथौरागढ़ में काली नदी में तटबंध निर्माण कर रहे मजदूरों पर नेपाल की ओर से किए गए पथराव को लेकर आपत्ति जताई. जिस पर नेपाल ने अराजक तत्वों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. साथ ही फिर से ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने की बात कही.

पिथौरागढ़ पथराव मामले पर चर्चा
पिथौरागढ़ पथराव मामले पर चर्चा
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Published : Dec 7, 2022, 9:10 PM IST

पिथौरागढ़: धारचूला स्थित एनएचपीसी गेस्ट हाउस में भारत नेपाल सीमा समन्वय समिति की बैठक (India Nepal Border Coordination Committee meeting) जिलाधिकारी रीना जोशी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में भारत और नेपाल के विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान पिथौरागढ़ में भारतीय सीमा (Indian border at Pithoragarh) पर नेपाली नागरिकों द्वारा किए गए पथराव सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई.

बैठक में धारचूला में काली नदी (Kali River in Dharchula) पर भारत की ओर से चल रहे तटबंध निर्माण कार्य को लेकर चर्चा हुई. जिलाधिकारी रीना जोशी ने नेपाली अधिकारियों से कहा कि काली नदी पर तटबंध निर्माण कार्य माह जनवरी 2022 से चल रहा है. हम उसी कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं. यदि तटबंध निर्माण से नेपाल की सीमा क्षेत्र को कोई नुकसान की संभावना है तो, वह अवगत कराएं. ताकि उसका समाधान निकाला जा सके.

इस पर नेपाल के अधिकारियों ने तटबंध निर्माण क्षेत्र में काली नदी से मलबा हटाने की बात कही. ताकि नदी चैनेलाइज हो जाए और मानसून सीजन में नदी का तेज बहाव नेपाल सीमा से जुड़े ग्रामों को नुकसान न पहुंचाएं. इस पर भारतीय अधिकारियों ने कहा काली नदी से मलबा हटाने का कार्य तटबंध निर्माण के साथ-साथ किया जा रहा है.

जिलाधिकारी रीना जोशी ने कहा कि भारत की ओर से तटबंध निर्माण कर रहे अधिकारियों द्वारा अगले 10 दिनों तक नियमित रूप से नदी से मलबा हटाने का कार्य किया जाएगा, लेकिन जिलाधिकारी ने नेपाली अधिकारियों से कहा कि नेपाल की ओर से भी घटगाड़ क्षेत्र में काली नदी से मलबा हटाया जाए. ताकि भारत के अधिकारियों को तटबंध निर्माण में सुविधा हो और तटबंध निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया जा सके. नेपाली अधिकारियों ने भी सीमा पर काली नदी से मलबा हटाने पर सहमति जताई.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड: नेपाल की तरफ से भारतीय मजदूरों पर पथराव, एक जख्मी

उन्होंने कहा नेपाल की ओर से भी काली नदी पर तटबंध निर्माण और मलबा हटाने का कार्य अगले 10 दिनों बाद प्रारंभ कर दिया जाएगा, इसके लिए नेपाल की ओर से टेंडर प्रक्रिया कर ली गई है. बैठक में 10 दिन बाद फिर नेपाल और भारत के अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित किए जाने पर भी सहमति बनी. ताकि इन विषयों पर फिर से चर्चा हो सके.

बैठक में सहमति बनी कि भारत और नेपाल के इंजीनियरों की संयुक्त टीम गठित की जाएगी, जो तटबंध निर्माण कार्य का निरीक्षण करेगी. ताकि निर्माण कार्य से दोनों देशों के सीमा क्षेत्र को कोई क्षति न पहुंचे. डीएम रीना जोशी ने कुछ दिन पूर्व पथराव की घटना को लेकर अराजक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की बात नेपाल के अधिकारियों से कही. जिस पर नेपाल ने आश्वस्त किया कि अराजक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी और इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी.

बैठक में नेपाल से सीडीओ दीर्घ राज उपाध्याय, एसपी डंबर बिष्ट, डीएसपी तर्क राज पांडेय, भारत से एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह, उप जिलाधिकारी धारचूला दिवेश शाशनी, ईई सिंचाई धारचूला फरहान खान आदि उपस्थित थे.

पिथौरागढ़: धारचूला स्थित एनएचपीसी गेस्ट हाउस में भारत नेपाल सीमा समन्वय समिति की बैठक (India Nepal Border Coordination Committee meeting) जिलाधिकारी रीना जोशी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में भारत और नेपाल के विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान पिथौरागढ़ में भारतीय सीमा (Indian border at Pithoragarh) पर नेपाली नागरिकों द्वारा किए गए पथराव सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई.

बैठक में धारचूला में काली नदी (Kali River in Dharchula) पर भारत की ओर से चल रहे तटबंध निर्माण कार्य को लेकर चर्चा हुई. जिलाधिकारी रीना जोशी ने नेपाली अधिकारियों से कहा कि काली नदी पर तटबंध निर्माण कार्य माह जनवरी 2022 से चल रहा है. हम उसी कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं. यदि तटबंध निर्माण से नेपाल की सीमा क्षेत्र को कोई नुकसान की संभावना है तो, वह अवगत कराएं. ताकि उसका समाधान निकाला जा सके.

इस पर नेपाल के अधिकारियों ने तटबंध निर्माण क्षेत्र में काली नदी से मलबा हटाने की बात कही. ताकि नदी चैनेलाइज हो जाए और मानसून सीजन में नदी का तेज बहाव नेपाल सीमा से जुड़े ग्रामों को नुकसान न पहुंचाएं. इस पर भारतीय अधिकारियों ने कहा काली नदी से मलबा हटाने का कार्य तटबंध निर्माण के साथ-साथ किया जा रहा है.

जिलाधिकारी रीना जोशी ने कहा कि भारत की ओर से तटबंध निर्माण कर रहे अधिकारियों द्वारा अगले 10 दिनों तक नियमित रूप से नदी से मलबा हटाने का कार्य किया जाएगा, लेकिन जिलाधिकारी ने नेपाली अधिकारियों से कहा कि नेपाल की ओर से भी घटगाड़ क्षेत्र में काली नदी से मलबा हटाया जाए. ताकि भारत के अधिकारियों को तटबंध निर्माण में सुविधा हो और तटबंध निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया जा सके. नेपाली अधिकारियों ने भी सीमा पर काली नदी से मलबा हटाने पर सहमति जताई.
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उन्होंने कहा नेपाल की ओर से भी काली नदी पर तटबंध निर्माण और मलबा हटाने का कार्य अगले 10 दिनों बाद प्रारंभ कर दिया जाएगा, इसके लिए नेपाल की ओर से टेंडर प्रक्रिया कर ली गई है. बैठक में 10 दिन बाद फिर नेपाल और भारत के अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित किए जाने पर भी सहमति बनी. ताकि इन विषयों पर फिर से चर्चा हो सके.

बैठक में सहमति बनी कि भारत और नेपाल के इंजीनियरों की संयुक्त टीम गठित की जाएगी, जो तटबंध निर्माण कार्य का निरीक्षण करेगी. ताकि निर्माण कार्य से दोनों देशों के सीमा क्षेत्र को कोई क्षति न पहुंचे. डीएम रीना जोशी ने कुछ दिन पूर्व पथराव की घटना को लेकर अराजक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की बात नेपाल के अधिकारियों से कही. जिस पर नेपाल ने आश्वस्त किया कि अराजक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी और इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी.

बैठक में नेपाल से सीडीओ दीर्घ राज उपाध्याय, एसपी डंबर बिष्ट, डीएसपी तर्क राज पांडेय, भारत से एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह, उप जिलाधिकारी धारचूला दिवेश शाशनी, ईई सिंचाई धारचूला फरहान खान आदि उपस्थित थे.

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