बरेली: प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के मास्टरमाइंड माफिया अतीक अहमद का नाम आने के बाद से उसके गिरोह के लोगों पर जांच एजेंसियों की निगाहें टेड़ी हो गई हैं. जांच में पता चला कि बरेली जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ ने ही उमेश की हत्या की प्लानिंग की थी. इसके लिए उसके गुर्गों का यहां जेल में आना-जाना लगा रहता था. पता चला है कि गुर्गों की अशरफ से गैरकानूनी तरीके से मिलाई कराई जाती थी.
इस मामले में पुलिस ने सोमवार को एक और बंदी रक्षक को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही बरेली पुलिस ने अशरफ के एक गुर्गे को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा है. इससे पहले पुलिस चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. ताजा कार्रवाई के बाद इस मामले में अब कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले में बाकी लोगों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की तरफ जांच एजेंसियों की शक की सुई घूमी हुई है और माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ करीब ढाई साल से बरेली की जिला जेल/केंद्रीय कारागार दो में बंद है. जिला जेल में बंद रहने के दौरान गैरकानूनी तरीके से उसके गुर्गों से मुलाकात कराने और हत्या की साजिश रचने जैसा एक मुकदमा बरेली के बिथरी चैनपुर थाने में 7 मार्च को दर्ज कर एक बंदी रक्षक और एक कैंटीन में सामान सप्लाई करने वाले को गिरफ्तार कर कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद बरेली पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुट गई थी.
पुलिस ने सोमवार को पीलीभीत जिला जेल में तैनात बंदी रक्षक मनोज गौड़ को गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि मनोज गौड़ बरेली की जिला जेल में तैनाती के दौरान अतीक अहमद के भाई अशरफ से उसके गुर्गों की गैरकानूनी तरीके से मुलाकात कराता था. जांच में जेल के बंदी रक्षक मनोज गौड़ की संलिप्तता सामने आई है. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. मनोज गौड़ 3 महीने पहले ही बरेली की जिला जेल से ट्रांसफर होकर पीलीभीत जिला जेल में गया था.
पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी ने बताया कि जिला जेल में तैनाती के दौरान बंदी रक्षक मनोज दौड़ने अवैध तरीके से अशरफ से उसके गुर्गों की मुलाकात कर आते थे जिसके चलते उसको गिरफ्तार किया गया है. बंदी रक्षक वर्तमान में पीलीभीत की जिला जेल में तैनात है इसके साथ ही अशरफ से अवैध तरीके से मिलाई करने वाले एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है जो मुकदमे में आरोपी लल्ला गद्दी के साथ जेल में अशरफ से मुलाकात करने जाता था.