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विकिपीडिया से आयुर्वेदिक संदर्भ हटाने की मांग, सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका

सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (Public Interest Litigation) दायर की गई है, जिसमें आयुष मंत्रालय और आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स को निर्देश देने की मांग की गई है कि वे आयुर्वेद से संबंधित लेखों के संदर्भों को विकिपीडिया से हटाने के लिए कदम उठाएं.

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Published : May 7, 2022, 3:35 PM IST

नई दिल्ली: विकिपीडिया से आयुर्वेदिक संदर्भ हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका (Public Interest Litigation) दायर की गई है. क्योंकि वहां दिये गये संदर्भ मानहानिकारक और पक्षपातपूर्ण हैं. भारतीय आयुर्वेदिक दवा निर्माता संगठन (एएमएमओआई) द्वारा जनहित याचिका दायर की गई है.

याचिका में कहा गया है कि आयुर्वेद पर विकिपीडिया सामग्री चिकित्सा की प्राकृतिक प्रणाली को पूरी तरह से खराब करती है जिसका इतिहास 3000 से अधिक वर्षों से है. इसे दुनिया भर में व्यापक रूप से सम्मानित और स्वीकार किया जाता है. याचिका में कहा गया है कि चिंता की बात यह है कि यह पूरी तरह से बेतुका, खराब शोध और पूर्वाग्रह से ग्रस्त लेख जब आयुर्वेद को गूगल पर सर्च किया जाता है तो यह पहले लेख के रूप में सामने आते हैं.

यह भी पढ़ें- Tejinder Bagga arrest case: पंजाब-हरियाणा हाइकोर्ट में मंगलवार को होगी सुनवाई

याचिकाकर्ता ने यह भी बताया कि विकिपीडिया ने आयुर्वेद को छद्म वैज्ञानिक करार दिया है और उद्धृत किया है. आईएमए का बयान है कि यह आयुर्वेदिक चिकित्सकों को झोलाछाप कहता है. इससे भारत और दुनिया भर में हजारों आयुर्वेदिक चिकित्सकों के मनोबल को प्रभावित किया जा रहा है. याचिकाकर्ता ने कहा कि आयुष मंत्रालय का संविधान भी आयुर्वेद की विश्वसनीयता का बड़ा सबूत है.

नई दिल्ली: विकिपीडिया से आयुर्वेदिक संदर्भ हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका (Public Interest Litigation) दायर की गई है. क्योंकि वहां दिये गये संदर्भ मानहानिकारक और पक्षपातपूर्ण हैं. भारतीय आयुर्वेदिक दवा निर्माता संगठन (एएमएमओआई) द्वारा जनहित याचिका दायर की गई है.

याचिका में कहा गया है कि आयुर्वेद पर विकिपीडिया सामग्री चिकित्सा की प्राकृतिक प्रणाली को पूरी तरह से खराब करती है जिसका इतिहास 3000 से अधिक वर्षों से है. इसे दुनिया भर में व्यापक रूप से सम्मानित और स्वीकार किया जाता है. याचिका में कहा गया है कि चिंता की बात यह है कि यह पूरी तरह से बेतुका, खराब शोध और पूर्वाग्रह से ग्रस्त लेख जब आयुर्वेद को गूगल पर सर्च किया जाता है तो यह पहले लेख के रूप में सामने आते हैं.

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याचिकाकर्ता ने यह भी बताया कि विकिपीडिया ने आयुर्वेद को छद्म वैज्ञानिक करार दिया है और उद्धृत किया है. आईएमए का बयान है कि यह आयुर्वेदिक चिकित्सकों को झोलाछाप कहता है. इससे भारत और दुनिया भर में हजारों आयुर्वेदिक चिकित्सकों के मनोबल को प्रभावित किया जा रहा है. याचिकाकर्ता ने कहा कि आयुष मंत्रालय का संविधान भी आयुर्वेद की विश्वसनीयता का बड़ा सबूत है.

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