पटना: बिहार में फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले (Phulwari Sharif terror Module)के आरोपित अरमान मलिक और रिटायर्ड दारोगा जलालुउद्दीन को 8 दिसंबर तक रिमांड पर लेने की अनुमति एनआईए को मिली है. दो आरोपित अतहर परवेज और वकील नरुउद्दीन जंगी एनआईए की रिमांड पर हैं. एक अन्य मामले के आरोपी दानिश उर्फ ताहिर उर्फ मरगुब भी एनआईए की रिमांड पर है। इन तीनों से पूछताछ हो रही है. शनिवार को अलवा कॉलोनी के अरमान मलिक और झारखंड के रिटायर्ड दारोगा जलालुउद्दीन को पूछताछ के लिए 8 दिसंबर तक एनआईए की रिमांड पर लिया गया है. यह अनुमति पटना एनआईए के विशेष न्यायाधीश गुरुविंदर सिंह मलहोत्रा ने दी है.
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ताहिर से हो रही है NIA की पूछताछ: बता दें कि राजधानी पटना के बेउर जेल में बंद पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन गजवा ए हिंद (Ghazwa e Hind) के तहत देश विरोधी गतिविधियों में शामिल मरगूब अहमद उर्फ ताहिर से एनआईए रिमांड पर लेकर हो रही है. जिसके लिए एनआईए कोर्ट के द्वारा पूछताछ के लिए अनुमति मिली है. दरअसल मरगूब अहमद उर्फ ताहिर से पूछताछ के लिए एनआईए को 5 दिसंबर तक की मोहलत दी गई है. एनआईए द्वारा दिए गई आवेदन पर एनआईए के विशेष न्यायाधीश गुरविंदर सिंह मल्होत्रा ने अनुमति दी है.
गजवा ए हिंद से जुड़ा है मोहम्मद दानिश: मिल रही जानकारी के अनुसार गजवा ए हिंद व्हाट्सएप ग्रुप से देश विरोधी भड़काऊ आपत्तिजनक और गैरकानूनी सामग्री मिली है. इस व्हाट्सएप ग्रुप में बांग्लादेश और पाकिस्तान समेत कई देशों के लोगों के नंबर जुड़े हैं. बिहार एटीएस ने 14 जुलाई को मोहम्मद दानिश को भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया था. उसका संबंध कहीं ना कहीं पाकिस्तान के गजवा ए हिंद से जुड़ा बताया गया, जिसकी जांच अब एनआईए कर रही है.
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