मुंबई: मुंबई में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला फोन टैपिंग मामले को सीबीआई को सौंपा दिया गया. तत्कालीन महाविकास अघाड़ी सरकार ने भाजपा नेताओं के खिलाफ जांच शुरू की थी. फोन टैपिंग के मामले में पुलिस विभाग ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कोथरुड थाना के गिरीश महाजन से पूछताछ की थी. सूत्रों ने जानकारी दी है कि शिंदे सरकार ने राज्य में सत्ता हस्तांतरण के बाद इन दोनों मामलों की जांच सीबीआई को सौंप दी है. इसलिए शिंदे सरकार ने ठाकरे को एक बार फिर झटका दिया है.
फोन टैपिंग का मामला: महाविकास अघाड़ी सरकार के सत्ता में आने के बाद राज्य में अवैध फोन टैपिंग के मामले सामने आए. इस मामले में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला पर पुणे और मुंबई में महाविकास अघाड़ी के कई नेताओं के फोन टैप करने का आरोप लगा था. अब सूत्रों से खबर मिली है कि शिंदे सरकार ने इस मामले को केंद्रीय जांच एजेंसी को ट्रांसफर कर दिया है.
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मुंबई और पुणे में केस दर्ज: फोन टैपिंग मामले में रश्मि शुक्ला पर अवैध रूप से फोन टैप करने का आरोप लगा था. उसके बाद इस मामले में मुंबई और पुणे में दो-दो मामले दर्ज किए गए. जिसमें तत्कालीन विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस मुख्य गवाह थे और पुलिस ने उनका बयान दर्ज किया. इस मामले में फडणवीस के साथ-साथ शिवसेना नेता संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस के एकनाथ खडसे के भी बयान पुलिस अधिकारियों और मुख्य आरोपी रश्मि शुक्ला के खिलाफ दर्ज किए गए. इस मामले में मुंबई पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी. पुणे पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले का बयान दर्ज किया. हालांकि, अभी चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है.