नई दिल्ली: भारत के आतंकवाद विरोधी संगठन, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को दावा किया कि प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) दिल्ली, उत्तर प्रदेश, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में आतंकवादी कृत्यों को करने के लिए हवाला के माध्यम से धन जुटा रहा था. एनआईए ने सोमवार को केरल के मलप्पुरम जिले में तीन स्थानों पर पीएफआई के पदाधिकारियों, सदस्यों और कैडरों द्वारा रची गई आपराधिक साजिश से संबंधित मामले में तलाशी ली.
एनआईए ने कहा कि 'संगठन नई दिल्ली में अपने पंजीकृत कार्यालय और इकाई कार्यालय, क्षेत्रीय कार्यालय, अंचल कार्यालय, पूरे भारत में राज्य कार्यालयों के साथ, बैंकिंग चैनलों और हवाला दान आदि के माध्यम से भारत और विदेशों से धन जुटा रहा था और एकत्र कर रहा था, जिससे केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी कृत्य को अंजाम दिया जा सके.
एनआईए ने कहा कि आरोपी व्यक्ति देश भर में विभिन्न स्थानों पर आतंकवादी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रहे थे. एनआईए ने कहा कि 'आज चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान डिजिटल उपकरण, दस्तावेज आदि सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है.'
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इससे पहले 22 सितंबर को देशभर में 39 जगहों पर तलाशी ली गई थी और मामले में अब तक 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हाल ही में, केंद्र सरकार ने एक गजट अधिसूचना के माध्यम से PFI को आतंकी कृत्यों और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया.