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पुलिस की पिटाई से युवक की मौत पर बवाल, लोगों ने पुलिस वैन में लगाई आग

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Published : Jun 12, 2021, 7:36 PM IST

हरियाणा के नूंह जिले में पुलिस हिरासत में युवक की मौत (young man death police custody) के बाद बवाल मच गया. जमालगढ़ गांव (Jamalgarh village nuh) नाराज लोगों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया और पुलिस पीसीआर को आग के हवाले कर दिया.

मौत पर बवाल
मौत पर बवाल

नूंह : हरियाणा के नूंह में पुलिस हिरासत में युवक की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ. मामला नूंह जिले के जमालगढ़ गांव का है. पुलिस पर आरोप है कि पुलिस ने गांव के एक युवक की पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. युवकी की मौत के बाद परिजनों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की. परिजनों ने पुलिस पीसीआर को भी आग के हवाले कर दिया.

पुलिस की गाड़ी में लगाई आग

सवालों में पुलिस

पुलिस ने जुनैद नाम के युवक को करीब 12 दिन पहले किसी मुकदमे के सिलसिले में उस वक्त हिसारत में लिया था. जब वो अपने दोस्तों के साथ बारात से वापस अपने गांव लौट रहा था. इसके साथ ही पुलिस ने गांव के पांच अन्य युवकों को भी उठाया था. क्राइम सेल फरीदाबाद पुलिस (Crime cell Faridabad Police) पर आरोप है कि पुलिस ने जुनैद नाम के युवक की बेरहमी से पिटाई की. आरोप है कि युवक को छोड़ने की एवज में पुलिस ने मोटी रकम लेने की डिमांड की थी. आरोप है कि जुनैद को छोड़ने के एवज में पुलिस ने 70 हजार रुपये लिए थे. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनके पास क्राइम सेल फरीदाबाद के एसआई राजेश कुमार से बातचीत के भी सबूत हैं. जिसमें वो खुलेआम रिश्वत मांग रहा है. इतना ही नहीं उसने रुपए नहीं देने की सूरत में नाजायज मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी है.

ये भी पढ़ें- पानीपत: बधाई मांगने गए किन्नरों की गाली-गलौज के बाद पिटाई, नाराज़ किन्नरों ने अस्पताल में हंगामा किया

क्या कहते हैं परिजन ?

परिजनों का कहना है कि 31 मई को जुनैद और उसके दोस्त बारात से नूंह लौट रहे थे. जहां से फरीदाबाद पुलिस ने उन्हें चोरी और ऑनलाइन ठगी के शक पर हिरासत में लिया. पुलिस का आरोप है कि पुलिस ने जुनैद की बेरहमी से पिटाई की. जिसकी वजह से जुनैद की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि अभी जुनैद के दो सगे भाई इरशाद और आजाद पुलिस की हिसारत में हैं. उन्हें भी पुलिस जबरदस्ती उठाकर ले गई थी.

खबर लिखे जाने तक अभी तक मामले में ना तो एफआईआर हुई है और ना ही डेड बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ है. परिजनों का आरोप है कि फरीदाबाद पुलिस बिना किसी वजह से जुनैद और उसके साथियों को उठाकर ले गई थी. जिसके बाद पुलिस ने जुनैद के साथ बेरहमी से मारपीट की. परिजनों का आरोप की 70 हजार रुपये की रिश्वत देकर वो जुनैद को छुड़वाकर लाए. जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ती चली गई और उसकी मौत हो गई.

क्या कहते हैं परिजन ?

क्या हैं परिजनों की मांगें?

पुलिस हिरासत में युवक की मौत (young man died police custody) मामले में परिजनों ने फरीदाबाद पुलिस (faridabad police) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों ने मामले में एसआईटी (Special Investigation Team) के गठन की मांग की है. ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके. जमालगढ़ गांव के लोगों और मृतक जुनैद के परिजनों ने मेडिकल बोर्ड से डेड बॉडी का पोस्टमार्टम और आरोपी पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

मेडिकल बोर्ड से डेड बॉडी का पोस्टमार्टम किया जाए

  • आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए
  • मृतक जुनैद के दो सगे भाई इरशाद और आजाद को तुरंत रिहा किया जाए
  • मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाए

फरीदाबाद पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप

परिजनों का कहना है कि जब उनको पता चला कि जुनैद को पुलिस उठाकर ले गई है तो उन्होंने फरीदाबाद पुलिस (Faridabad Police) से बातचीत की. जिसके बाद पुलिस कर्मचारियों ने उनसे जनैद को छोड़ने की एवज में 70 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की. जुनैद का भाई आजाद 70 हजार रुपये की रिश्वत लेकर उसे फरीदाबाद पुलिस हिसारत से छुड़वाकर लाया था. जिसके करीब 12 दिन बाद जुनैद की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि जुनैद को इतनी बुरी तरह से पीटा गया था कि उसकी तबियत बिगड़ती चली गई. जिसके बाद उसने शनिवार को दम तोड़ दिया.

जुनैद की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने पुन्हाना रोड पर जाम लगा दिया. सूचना मिलने पर पुलिस जाम खुलवाने पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पीसीआर में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया. बिगड़ते हालात को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया और ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाया. अब ग्रामीण और परिजन आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: सांपों की दुनिया देखनी है तो यहां आइए....नाग, रसेल, अजगर से लेकर मिलेंगी कई विषैली प्रजातियां

नूंह : हरियाणा के नूंह में पुलिस हिरासत में युवक की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ. मामला नूंह जिले के जमालगढ़ गांव का है. पुलिस पर आरोप है कि पुलिस ने गांव के एक युवक की पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. युवकी की मौत के बाद परिजनों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की. परिजनों ने पुलिस पीसीआर को भी आग के हवाले कर दिया.

पुलिस की गाड़ी में लगाई आग

सवालों में पुलिस

पुलिस ने जुनैद नाम के युवक को करीब 12 दिन पहले किसी मुकदमे के सिलसिले में उस वक्त हिसारत में लिया था. जब वो अपने दोस्तों के साथ बारात से वापस अपने गांव लौट रहा था. इसके साथ ही पुलिस ने गांव के पांच अन्य युवकों को भी उठाया था. क्राइम सेल फरीदाबाद पुलिस (Crime cell Faridabad Police) पर आरोप है कि पुलिस ने जुनैद नाम के युवक की बेरहमी से पिटाई की. आरोप है कि युवक को छोड़ने की एवज में पुलिस ने मोटी रकम लेने की डिमांड की थी. आरोप है कि जुनैद को छोड़ने के एवज में पुलिस ने 70 हजार रुपये लिए थे. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनके पास क्राइम सेल फरीदाबाद के एसआई राजेश कुमार से बातचीत के भी सबूत हैं. जिसमें वो खुलेआम रिश्वत मांग रहा है. इतना ही नहीं उसने रुपए नहीं देने की सूरत में नाजायज मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी है.

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क्या कहते हैं परिजन ?

परिजनों का कहना है कि 31 मई को जुनैद और उसके दोस्त बारात से नूंह लौट रहे थे. जहां से फरीदाबाद पुलिस ने उन्हें चोरी और ऑनलाइन ठगी के शक पर हिरासत में लिया. पुलिस का आरोप है कि पुलिस ने जुनैद की बेरहमी से पिटाई की. जिसकी वजह से जुनैद की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि अभी जुनैद के दो सगे भाई इरशाद और आजाद पुलिस की हिसारत में हैं. उन्हें भी पुलिस जबरदस्ती उठाकर ले गई थी.

खबर लिखे जाने तक अभी तक मामले में ना तो एफआईआर हुई है और ना ही डेड बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ है. परिजनों का आरोप है कि फरीदाबाद पुलिस बिना किसी वजह से जुनैद और उसके साथियों को उठाकर ले गई थी. जिसके बाद पुलिस ने जुनैद के साथ बेरहमी से मारपीट की. परिजनों का आरोप की 70 हजार रुपये की रिश्वत देकर वो जुनैद को छुड़वाकर लाए. जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ती चली गई और उसकी मौत हो गई.

क्या कहते हैं परिजन ?

क्या हैं परिजनों की मांगें?

पुलिस हिरासत में युवक की मौत (young man died police custody) मामले में परिजनों ने फरीदाबाद पुलिस (faridabad police) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों ने मामले में एसआईटी (Special Investigation Team) के गठन की मांग की है. ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके. जमालगढ़ गांव के लोगों और मृतक जुनैद के परिजनों ने मेडिकल बोर्ड से डेड बॉडी का पोस्टमार्टम और आरोपी पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

मेडिकल बोर्ड से डेड बॉडी का पोस्टमार्टम किया जाए

  • आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए
  • मृतक जुनैद के दो सगे भाई इरशाद और आजाद को तुरंत रिहा किया जाए
  • मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाए

फरीदाबाद पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप

परिजनों का कहना है कि जब उनको पता चला कि जुनैद को पुलिस उठाकर ले गई है तो उन्होंने फरीदाबाद पुलिस (Faridabad Police) से बातचीत की. जिसके बाद पुलिस कर्मचारियों ने उनसे जनैद को छोड़ने की एवज में 70 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की. जुनैद का भाई आजाद 70 हजार रुपये की रिश्वत लेकर उसे फरीदाबाद पुलिस हिसारत से छुड़वाकर लाया था. जिसके करीब 12 दिन बाद जुनैद की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि जुनैद को इतनी बुरी तरह से पीटा गया था कि उसकी तबियत बिगड़ती चली गई. जिसके बाद उसने शनिवार को दम तोड़ दिया.

जुनैद की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने पुन्हाना रोड पर जाम लगा दिया. सूचना मिलने पर पुलिस जाम खुलवाने पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पीसीआर में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया. बिगड़ते हालात को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया और ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाया. अब ग्रामीण और परिजन आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

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