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पेगासस जासूसी मामला : आज राज्यसभा में बयान देंगे आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव

आज संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन है. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव आज राज्यसभा में 'पेगासस प्रोजेक्ट' पर बयान देंगे. बता दें कि पेगासस जासूसी मामले को लेकर देश में नया विवाद खड़ा हो गया है.

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Published : Jul 20, 2021, 10:10 AM IST

Updated : Jul 20, 2021, 12:43 PM IST

पेगासस जासूसी मामला
पेगासस जासूसी मामला

नई दिल्ली : इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिए जासूसी के मुद्दे पर विवाद गहरा गया है. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है. संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन विपक्षी सांसदों ने यह मुद्दा सदन में उठाया और जमकर हंगामा किया था.

आज संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन है. पेगासस जासूसी मामले पर विवाद के बीच केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव आज राज्यसभा में 'पेगासस प्रोजेक्ट' पर बयान देंगे.

वहीं, कांग्रेस के सांसद 'पेगासस प्रोजेक्ट' मुद्दे पर फ्लोर रणनीति तैयार करने के लिए आज सुबह बैठक की. कांग्रेस ने सोमवार को मांग की थी कि गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त किया जाए. साथ ही कहा था कि वह इस मुद्दे को संसद के दोनों सदनों में उठाएगी.

हालांकि, भाजपा ने पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल कर प्रमुख नागरिकों की जासूसी की खबरों को निराधार बताया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कहा, भाजपा के खिलाफ कांग्रेस द्वारा की गई आधारहीन और बेबुनियाद टिप्पणियों का पार्टी कड़ा खंडन करती है. उन्होंने कहा, इस बारे में अब तक ऐसा एक भी सबूत नहीं है जो केंद्र सरकार से जुड़ा हो या पार्टी से.

भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने की कोशिश : मंत्री
केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को पेगासस जासूसी मामले पर लोकसभा में सरकार की ओर से विपक्ष के सवालों का जवाब दिया था. उन्होंने जासूसी की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने की कोशिश है.

आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तर्क के आधार पर कहा कि वेबसाइट ने केवल आधारहीन समाचार रिपोर्ट के माध्यम से सनसनी पैदा करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि अगर सदस्य खबरों पर उचित ध्यान देंगे तो वे खुद इस बात को समझ जाएंगे.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, एनएसओ ने भी कहा है कि रिपोर्ट झूठी और निराधार है. हमारे सिस्टम में किसी भी तरह की अवैध निगरानी संभव नहीं है. संसद सत्र से एक दिन पहले आने वाली यह मीडिया रिपोर्ट कोई संयोग नहीं है.

यह भी पढ़ें- फोन से डिलीट नहीं होता पेगासस सॉफ्टवेयर, जानें इसके खतरनाक फीचर

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पेगासस स्पाईवेयर के माध्यम से हैकिंग के लिए 300 से अधिक हॉन नंबरों को निशाना बनाया जा सकता था, जिसमें दो सेवारत मंत्री, 40 से अधिक पत्रकार और तीन विपक्षी नेताओं के नाम शामिल थे.

नई दिल्ली : इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिए जासूसी के मुद्दे पर विवाद गहरा गया है. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है. संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन विपक्षी सांसदों ने यह मुद्दा सदन में उठाया और जमकर हंगामा किया था.

आज संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन है. पेगासस जासूसी मामले पर विवाद के बीच केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव आज राज्यसभा में 'पेगासस प्रोजेक्ट' पर बयान देंगे.

वहीं, कांग्रेस के सांसद 'पेगासस प्रोजेक्ट' मुद्दे पर फ्लोर रणनीति तैयार करने के लिए आज सुबह बैठक की. कांग्रेस ने सोमवार को मांग की थी कि गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त किया जाए. साथ ही कहा था कि वह इस मुद्दे को संसद के दोनों सदनों में उठाएगी.

हालांकि, भाजपा ने पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल कर प्रमुख नागरिकों की जासूसी की खबरों को निराधार बताया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कहा, भाजपा के खिलाफ कांग्रेस द्वारा की गई आधारहीन और बेबुनियाद टिप्पणियों का पार्टी कड़ा खंडन करती है. उन्होंने कहा, इस बारे में अब तक ऐसा एक भी सबूत नहीं है जो केंद्र सरकार से जुड़ा हो या पार्टी से.

भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने की कोशिश : मंत्री
केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को पेगासस जासूसी मामले पर लोकसभा में सरकार की ओर से विपक्ष के सवालों का जवाब दिया था. उन्होंने जासूसी की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने की कोशिश है.

आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तर्क के आधार पर कहा कि वेबसाइट ने केवल आधारहीन समाचार रिपोर्ट के माध्यम से सनसनी पैदा करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि अगर सदस्य खबरों पर उचित ध्यान देंगे तो वे खुद इस बात को समझ जाएंगे.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, एनएसओ ने भी कहा है कि रिपोर्ट झूठी और निराधार है. हमारे सिस्टम में किसी भी तरह की अवैध निगरानी संभव नहीं है. संसद सत्र से एक दिन पहले आने वाली यह मीडिया रिपोर्ट कोई संयोग नहीं है.

यह भी पढ़ें- फोन से डिलीट नहीं होता पेगासस सॉफ्टवेयर, जानें इसके खतरनाक फीचर

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पेगासस स्पाईवेयर के माध्यम से हैकिंग के लिए 300 से अधिक हॉन नंबरों को निशाना बनाया जा सकता था, जिसमें दो सेवारत मंत्री, 40 से अधिक पत्रकार और तीन विपक्षी नेताओं के नाम शामिल थे.

Last Updated : Jul 20, 2021, 12:43 PM IST
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