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अंकिता भंडारी केस: पटवारी वैभव प्रताप सस्पेंड, DM ने दिए जांच के आदेश

पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने यमकेश्वर तहसील के उदयपुर पल्ला 2 के पटवारी वैभव प्रताप सिंह को भी निलंबित (Patwari Vaibhav Pratap suspend) कर दिया है. पटवारी वैभव घटना के बाद से विवेक कुमार को चार्ज थमाकर खुद छुट्टी पर चला गया था.

Uttarakhand News
DM ने दिए जांच के आदेश
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Published : Sep 27, 2022, 3:10 PM IST

पौड़ीः आखिरकार अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में कोताही बरतने और दूसरे को चार्ज थमाकर अवकाश पर गए पटवारी वैभव प्रताप को निलंबित कर दिया गया है. पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने उदयपुर पल्ला 2 के पटवारी वैभव प्रताप सिंह को यमकेश्वर एसडीएम की रिपोर्ट मिलने के बाद यह कार्रवाई की है. साथ ही इस मामले की जांच लैंसडाउन एसडीएम को सौंपी है.

बता दें कि अंकिता भंडारी मर्डर केस में यमकेश्वर तहसील के उदयपुर पल्ला 2 का पटवारी वैभव प्रताप घटना के बाद से ही अवकाश पर चल रहा था. पटवारी की भूमिका पर सभी को संदेह हो रहा था. जबकि, वैभव प्रताप के अवकाश पर जाने के बाद पास के क्षेत्र से कांडाखाल चौकी के पटवारी विवेक कुमार को 20 सितंबर को चार्ज दिया गया था. डीएम जोगदंडे ने पटवारी विवेक (Udaypur palla Patwari Suspend) को तत्काल निलंबित कर दिया था.

DM ने दिए जांच के आदेश.
संबंधित खबरें पढ़ेंः अंकिता हत्याकांड में पटवारी वैभव प्रताप की भूमिका संदिग्ध, पुलकित का करीबी होने का आरोप

वहीं, इस कांडाखाल चौकी के पटवारी वैभव प्रताप (Patwari Vaibhav Pratap) की भूमिका भी संदेह के घेरे में थी. जो कि सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा था. इतना ही नहीं अंकिता के परिजन और विपक्षी दल भी पटवारी के अचानक अवकाश पर जाने की बात पर उसे घेर रहे थे. जिस पर डीएम (Pauri DM Vijay Kumar Jogdande) ने अब उदयपुर पल्ला 2 के पटवारी वैभव प्रताप को भी निलंबित कर दिया है. साथ ही इस मामले की जांच भी एसडीएम लैंसडाउन को सौंप दी है. साथ ही डीएम ने एसडीएम को तत्काल मामले की जांच कर रिपोर्ट तबल की है.
ये भी पढ़ेंः अधूरी रह गई अंकिता भंडारी की इच्छा, माता-पिता के लिए बनाना चाहती थी दो कमरों का घर

राजस्व विभाग की लापरवाही: दरअसल, 18 सितंबर को वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Case) रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता (Ankita Bhandari missing) हुई. 19 सितंबर को रिजॉर्ट मालिक आरोपी पुलकित आर्य ने कांडाखाल चौकी पर तैनात राजस्व पुलिस के उपनिरीक्षक (पटवारी) वैभव प्रताप को इसकी सूचना दी. वैभव प्रताप ने अंकिता के पहचान संबंधी दस्तावेजों के आधार पर इस बाबत उसके परिजनों से भी संपर्क किया. बावजूद, गुमशुदगी दर्ज करने से पहले ही वह चार दिन की छुट्टी पर चला गया. 20 सितंबर को चौकी का चार्ज पटवारी विवेक कुमार को दिया गया.

विवेक कुमार ने तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर ली. कुछ-कुछ घंटों में बदलते गुमशुदगी के इस मामले में 21 सितंबर को राजस्व पुलिस ने यह मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर करने की सिफारिश डीएम पौड़ी को भेजी. कलेक्टर ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए अगले ही दिन 22 सितंबर को मुकदमा रेगुलर पुलिस यानी लक्ष्मणझूला पुलिस को ट्रांसफर भी कर दिया. पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर अंकिता की हत्या का खुलासा भी कर दिया.

पौड़ीः आखिरकार अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में कोताही बरतने और दूसरे को चार्ज थमाकर अवकाश पर गए पटवारी वैभव प्रताप को निलंबित कर दिया गया है. पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने उदयपुर पल्ला 2 के पटवारी वैभव प्रताप सिंह को यमकेश्वर एसडीएम की रिपोर्ट मिलने के बाद यह कार्रवाई की है. साथ ही इस मामले की जांच लैंसडाउन एसडीएम को सौंपी है.

बता दें कि अंकिता भंडारी मर्डर केस में यमकेश्वर तहसील के उदयपुर पल्ला 2 का पटवारी वैभव प्रताप घटना के बाद से ही अवकाश पर चल रहा था. पटवारी की भूमिका पर सभी को संदेह हो रहा था. जबकि, वैभव प्रताप के अवकाश पर जाने के बाद पास के क्षेत्र से कांडाखाल चौकी के पटवारी विवेक कुमार को 20 सितंबर को चार्ज दिया गया था. डीएम जोगदंडे ने पटवारी विवेक (Udaypur palla Patwari Suspend) को तत्काल निलंबित कर दिया था.

DM ने दिए जांच के आदेश.
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वहीं, इस कांडाखाल चौकी के पटवारी वैभव प्रताप (Patwari Vaibhav Pratap) की भूमिका भी संदेह के घेरे में थी. जो कि सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा था. इतना ही नहीं अंकिता के परिजन और विपक्षी दल भी पटवारी के अचानक अवकाश पर जाने की बात पर उसे घेर रहे थे. जिस पर डीएम (Pauri DM Vijay Kumar Jogdande) ने अब उदयपुर पल्ला 2 के पटवारी वैभव प्रताप को भी निलंबित कर दिया है. साथ ही इस मामले की जांच भी एसडीएम लैंसडाउन को सौंप दी है. साथ ही डीएम ने एसडीएम को तत्काल मामले की जांच कर रिपोर्ट तबल की है.
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राजस्व विभाग की लापरवाही: दरअसल, 18 सितंबर को वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Case) रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता (Ankita Bhandari missing) हुई. 19 सितंबर को रिजॉर्ट मालिक आरोपी पुलकित आर्य ने कांडाखाल चौकी पर तैनात राजस्व पुलिस के उपनिरीक्षक (पटवारी) वैभव प्रताप को इसकी सूचना दी. वैभव प्रताप ने अंकिता के पहचान संबंधी दस्तावेजों के आधार पर इस बाबत उसके परिजनों से भी संपर्क किया. बावजूद, गुमशुदगी दर्ज करने से पहले ही वह चार दिन की छुट्टी पर चला गया. 20 सितंबर को चौकी का चार्ज पटवारी विवेक कुमार को दिया गया.

विवेक कुमार ने तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर ली. कुछ-कुछ घंटों में बदलते गुमशुदगी के इस मामले में 21 सितंबर को राजस्व पुलिस ने यह मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर करने की सिफारिश डीएम पौड़ी को भेजी. कलेक्टर ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए अगले ही दिन 22 सितंबर को मुकदमा रेगुलर पुलिस यानी लक्ष्मणझूला पुलिस को ट्रांसफर भी कर दिया. पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर अंकिता की हत्या का खुलासा भी कर दिया.

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