कन्नूर: भारतीय सर्कस के पितामह जेमिनी शंकरन का 99 साल की उम्र में निधन हो गया. एमवी शंकरन को आमतौर पर जेमिनी शंकरन के नाम से जाना जाता था. जेमिनी शंकरन एक उम्दा कलाकार तो थे ही, साथ ही जेमिनी और जंबो सर्कस कंपनियों के संस्थापक भी थे. वह भारत के सबसे पुराने सर्कस कलाकार थे.
उन्होंने एक सर्कस कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया और देश-विदेश में विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन किया. उनकी जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, मार्टिन लूथर किंग, माउंटबेटन और अंतरिक्ष यात्री वेलेंटीना टेरेशकोवा के साथ गहरी दोस्ती थी. उन्होंने इंडियन सर्कस फेडरेशन के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया.
शंकरन का जन्म 13 जून साल 1924 को केरल के कोलास्सेरी, थालास्सेरी में हुआ था. उनके माता-पिता का नाम रमन और कल्याणी था. अपने माता-पिता की पांचवीं संतान थे. साल 1938 में सर्कस कला के प्रति अपने जुनून के कारण, वह कीलेरी कुनिक्कन्नन के कलारी में शामिल हो गए. इसी बीच उन्होंने सेना में भी अपनी सेवाएं दीं. साढ़े चार साल की सेवा के बाद, वह सेना से सेवानिवृत्त हुए.
साल 1946 में वह कोलकाता में प्रसिद्ध बोसलियन सर्कस में शामिल हो गए. वह हॉरिजॉन्टल बार में कलाकार बन गए. बाद में उन्होंने भारत में प्रसिद्ध राष्ट्रीय सर्कस और ग्रेट बॉम्बे सर्कस के साथ काम किया. उन्होंने चीन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सर्कस महोत्सव (International Circus Festival) में भाग लिया. उन्हें कुवैत गोल्डन फोक अवार्ड (Kuwait Golden Folk Award) से सम्मानित किया गया है. शंकरन को सर्कस में उनकी सेवा के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिला. उन्हें TKM ट्रस्ट का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिला.