पटना : किसी भी चीज के संग्रह का अपना अलग मजा होता है. इंसान अपने शौक के लिए कुछ भी कर गुजरता है, फिर वो शौक जुनून बन जाता है. शौक में कोई माचिस की डिब्बी को एकत्र करता है, तो कोई स्टाम्प टिकट, तो कोई सिक्के. लेकिन बिहार की राजधानी पटना के अशोक राजपथ के निवासी आसिफ वसी (Asif Wasi) ऐसे शख्स हैं, जिनका शौक एकदम अलग है. आसिफ को कार, बाइक, प्लेन, साइकिल और रिक्शे के डाई कास्ट मॉडल (Passion Of Collecting Diecast Models) को एकत्र करने का जुनून है. इन मॉडल को उन्होंने पूरी दुनिया के कई देशों से मंगवाया है. वह पिछले 25 सालों से इन मॉडल्स को एकत्र कर रहे हैं और उनका जुनून आज भी बदस्तूर जारी है.
दस हजार डाई कास्ट मॉडल उपलब्धः आसिफ वसी को बचपन से ही वाहनों के प्रति काफी आकर्षण था. वह कहते हैं कि बचपन में जब वो इन वाहनों के चित्र को पेपर में देखते थे, तो काटकर रख लेते थे. जब बड़े हुए तो यह शौक धीरे-धीरे जुनून में बदल गया. हालांकि तब उन्हें ये जानकारी नहीं थी कि सभी कंपनियां वाहनों के डाई कास्ट मॉडल भी बनाती हैं. जब जानकारी हुई तो उन्होंने इनको जमा करना शुरू किया. देश-विदेश में जहां भी डाई कास्ट मॉडल की जानकारी मिलती थी, खरीद लेते थे. आज उनके पास करीब दस हजार विभिन्न प्रकार के वाहनों के डाई कास्ट मॉडल उपलब्ध हैं.
कई कंपनियों के हैं मॉडल: आसिफ बताते हैं कि उनके संग्रह में दो पहिया वाहनों में पुराने बजाज स्कूटर, लॅम्बरेटा, रॉयल इनफील्ड, बजाज बाइक, केटीएम, होंडा, हीरो होंडा से लेकर चार पहिया वाहनों में बीएमडब्ल्यू, ऑडी, रॉल्स रॉयस, पोर्श, एंबेसडर, लॉम्बरगिनी, फरारी, फिएट, हुंडई , मारूति के अलावा तमाम देसी-विदेशी कंपनियों के मॉडल हैं. इसके अलावा साइकिल में एवन, हीरो, हरक्यूलियस के भी कई मॉडल्स हैं. वह कहते हैं मेरे पास दुबई एयर, तुर्की एयरलाइन, एयर इंडिया के साथ ही कई और एयरलाइन्स के भी हवाई जहाजों के डाई कास्ट मॉडल हैं. इन्हें एकत्र करने में अभी तक लाखों रुपये खर्च हो गए हैं. सारे मॉडल्स हजारों रुपये में आते हैं.
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क्या है डाई कास्ट मॉडलः डाई कास्ट मॉडल सड़क पर आने वाले वाहनों का रिप्लीका होता है, यह खिलौना नहीं होता. जो भी कंपनी अपनी गाड़ियों को सड़क पर उतारती है, वह इनके मॉडल को बनाती है. उद्देश्य यह होता है कि लोगों को इनके एक-एक पहलू के बारे में जानकारी मिल सके. ये मॉडल केवल आकार में छोटे होते हैं. लेकिन ये एकदम असली होते हैं. अगर इनमें ईंधन डाल दिया जाए तो ये चल भी सकते है.
अलग से रखने की व्यवस्थाः इनते सारे मॉडल को व्यवस्थित तरीके से रखने के लिए आसिफ ने विशेष शो केस बनवाया है, ताकि कोई खराब न हो. हर रोज इनकी साफ सफाई में आसिफ का अच्छा खासा वक्त लगता है. डाई कास्ट मॉडल को एकत्र करने वाले आसिफ बिहार के संभवत: एकमात्र ऐसे इंसान हैं, जो इस प्रकार का शौक रखते हैं. वह कहते हैं, अभी करीब दस हजार मॉडल्स हैं. जब तक संभव होगा और मॉडल्स को एकत्र करता रहूंगा.
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