त्रिशूर : केरल के त्रिशूर जिले में 'भारत जोड़ो यात्रा' के स्वागत की तैयारियों के बीच कांग्रेस के जिला कार्यालय के भगवा रंग में रंगे होने के कारण पार्टी नेतृत्व को शर्मिन्दगी का सामना करना पड़ा. यह सब ऐसे समय में हुआ जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टी की यात्रा के जरिये राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं.
जिला कांग्रेस समिति (डीसीसी) ने 'भारत जोड़ो यात्रा' के त्रिशूर जिले में आगमन से पूर्व पार्टी के जिला मुख्यालय को नया रूप देने की योजना बनाते हुए इमारत को तिरंगे के रंग में रंगने का निर्देश दिया था. जबकि, मजदूरों ने गलती से भगवा और हरे रंगों को अधिक प्रमुखता दी. भाजपा के झंडे में भगवा और हरा रंग है. (कार्यालय में रंग को लेकर हुई) इस गलती के कारण पहली नजर में ऐसा प्रतीत हुआ कि यह भाजपा का कार्यालय है.
स्थानीय नेतृत्व ने दूसरे दिन रंग रोगन का काम पूरा होने के बाद इस 'चूक' पर ध्यान दिया, लेकिन तब तक नये डीसीसी कार्यालय की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आ गई थीं, जिस कारण पार्टी नेतृत्व को शर्मिंदगी उठानी पड़ी. कांग्रेस के राजनीतिक विरोधियों ने पार्टी पर आरोप लगाया कि भगवा रंग का चयन भाजपा से उनके जुड़ाव को दर्शाता है. इस विवाद पर रोक लगाने के लिए कार्यकर्ताओं को आनन-फानन में बुधवार को सुबह भगवा रंग के ऊपर हरा रंग पोतने का निर्देश दिया. गया.
डीसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि कार्यालय की दीवारों पर भगवा रंग 'संयोग से' पोत दिया गया लेकिन, दुर्भाग्यवश इससे राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया. पदाधिकारी ने बताया, 'भारत जोड़ो यात्रा के जिले में पहुंचने से पहले डीसीसी कार्यालय को नया रूप देने के मकसद से राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से सजाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन, ऐसा लगता है कि मजदूर सफेद रंग का उपयोग करना भूल गए और केवल भगवा और हरे रंग को प्रमुखता दे दी.' उन्होंने बताया कि दोबारा पुताई का काम जोरों पर है और जल्द ही पूरा हो जाएगा.