नई दिल्ली : संसद में बजट सत्र का आज आठवां दिन है. लोक सभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त विधेयक 2022 (Finance Minister Sitharaman) पेश किया. फाइनांस बिल पर चर्चा (Discussion on Finance Bill 2022 in Lok Sabha) के बाद इसे पारित किया जाएगा. सरकार ने कहा कि यूनियन बजट 2022 लागू करने के मद्देनजर वित्त विधेयक 2022 पारित किया जाना महत्वपूर्ण है. संसदीय कार्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल और प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी सांसदों से विधेयक पारित कराने में सहयोग करने की अपील की. इसके बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने चर्चा की शुरुआत की.
लोक सभा में फाइनांस बिल 2022 पर चर्चा के दौरान असम की कलियाबोर सीट से निर्वाचित कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने महंगाई की अनदेखी का आरोप लगाया. उन्होंने पीएम मोदी के वक्तव्य का जिक्र कर कहा, कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की नीति का मखौल उड़ाया था.
महंगाई से जनता बेहाल
बकौल गोगोई, पीएम मोदी ने महंगाई और ईंधन की कीमतों में उछाल के लिए वैश्विक कारक जिम्मेदार होने की दलील को खारिज किया था, लेकिन उनकी सरकार आज वही दलीलें दोहरा रही है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन और रूस की लड़ाई का हवाला देकर ईंधन की कीमतों में उछाल की अनदेखी की जा रही है, इससे जनता की जेब पर मार पड़ रही है.
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क्रिप्टोकरेंसी पर स्पष्ट नीति की मांग
गोगोई ने बड़े उद्योगपतियों और भारत छोड़कर विदेश जा रहे प्रतिभाशाली लोगों को लेकर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सरकारी मशीनरी और एजेंसी के दुरुपयोग से परेशान कई लोग भारत से जा रहे हैं. ऐसे में सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि देश की तरक्की में योगदान दे रहे लोगों को सुरक्षित माहौल मिले. गोगोई ने क्रिप्टोकरेंसी पर स्पष्ट नीति की मांग भी की.
विपक्ष की आपत्ति
चर्चा की शुरुआत से पहले केरल की कोल्लम लोक सभा सीट से निर्वाचित आरएसपी सांसद एनके प्रेमचंद्रन ने फाइनांस बिल पर शुक्रवार के दिन चर्चा के फैसले का विरोध किया. उन्होंने कहा कि कई सांसद सदन में मौजूद नहीं हैं, ऐसे में वित्त विधेयक की गंभीरता को देखते हुए इसे जल्दबाजी में पारित नहीं किया जाना चाहिए.