इटावाः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से रविवार को केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET 2023) का आयोजन किया गया था. इस दौरान CTET सेंटर पर परीक्षा देने पहुंची महिला अभ्यर्थियों से चूड़ी, मंगलसूत्र उतरवाने के साथ ही बिछिया तक उतारने के लिए कहा गया. जब अभिभावकों ने इसका विरोध किया तो साफ कहा गया कि नियम को मानिए या फिर घर जाइए. कई अभिभावकों ने परीक्षा केंद्र के स्टाफ पर लड़कियों से बदसलूकी का आरोप भी लगाया. परीक्षा केंद्र की व्यवस्था को लेकर अभिभावकों ने कड़ी नाराजगी जताई और हंगामा किया. वहीं, इस मामले में स्कूल प्रशासन से जुड़े अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए.
इटावा में रविवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET 2023) का आयोजन किया गया था. डीपीएस समेत कई स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. डीपीएस में सुबह से ही इटावा समेत कई जिलों के अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंच गए. सुबह परीक्षा केंद्र से प्रवेश से पूर्व जब अभ्यर्थियों की चेकिंग की गई तो महिला अभ्यर्थियों से चूड़ी, मंगलसूक्ष उतारने के साथ ही पैर की बिछिया उतारने के लिए कह दिया गया. यह सुनते ही अभिभावक भड़क गए. अभिभावकों का कहना था कि हिंदू सनातन धर्म में बिछिया पूरे जीवनकाल में सिर्फ एक बार ही उतारी जा सकती है. ऐसे में यह फरमान आस्था को चोट पहुंचाने वाला है. अभिभावकों का आरोप है कि इस पर स्कूल प्रशासन की ओर से सीधे धमकी दी गई कि जो कहा गया है वो करिए अन्यथा बिना पेपर दिए घर जाइए.
अभिभावकों के मुताबिक मजबूरी में महिलाओं और लड़कियों को बिछिया भी उतारनी पड़ी. अभिभावकों ने आरोप लगाया कि कई लड़कियों से बदसलूकी भी की गई. अभिभावकों ने सीएम योगी से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. कहा है कि यह फरमान हमारी धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाने वाला है. सरकार की आड़ में कुछ लोग हिंदू सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. हालांकि इस मामले में स्कूल प्रशासन की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया.
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