पटना : एंबुलेंस विवाद में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के खिलाफ बोलना पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के लिए भारी पड़ता दिख रहा है. पप्पू यादव पर पुलिस का शिकंजा कसता ही जा रहा है. कई पुराने मामलों में उनसे पूछताछ की तैयारी है.
लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर पटना में पुलिस ने मंगलवार को जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव को पहले हाउस अरेस्ट किया उसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया. इतना ही नहीं अब पुलिस 32 साल पुराने मामले में पूर्व सांसद को रिमांड पर मधेपुरा ले गई.
इस दौरान जाप सुप्रीमो ने भावुक होते हुए सीएम नीतीश कुमार सहित कई मंत्रियों पर निशाना साधा है.
पप्पू यादव ने इस दौरान गिरफ्तारी को लेकर सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि 'ठंडक पहुंच गई न नीतीश जी... आपका भी परिवार है'. हालांकि पप्पू यादव को गिरफ्तारी के बाद मधेपुरा ले जाने के दौरान काफी संख्या में जाप कार्यकर्ता मौजूद रहे. जाप कार्यकर्ताओं ने सड़क पर लेटकर पुलिस के काफिले को रोकने का प्रयास किया.
दरअसल, मधेपुरा के मुरलीगंज थाना के कांड संख्या 9/89 के तहत मिडिल चौक निवासी शैलेंद्र यादव ने उन पर अपहरण का मुकदमा दायर किया था. इस मामले में पप्पू यादव फरार हैं.
दो दिनों पहले ही छपरा में उनके खिलाफ FIR दर्ज हुई थी. आज सुबह पटना पुलिस उनके आवास पहुंचकर उन्हें हिरासत में लेकर गांधी मैदान थाना लाई थी. दूसरी तरफ लॉकडाउन उल्लंघन करने और PMCH के कोविड वार्ड में बिना परमिशन घूमने के मामले में उनके उपर मजिस्ट्रेट के बयान पर पटना के ही पीरबहोर थाना में FIR दर्ज की गई है. अब पुलिस पप्पू यादव के ऊपर 32 साल पुराने मधेपुरा के मामले में तीसरा शिकंजा कसा गय़ा है.
बता दें कि पिछले डेढ़ महीनों में पप्पू यादव ने सूबे के कई कोविड अस्पतालों का दौरा किया. कई जगहों पर उन्होंने ऑक्सीजन की कमी और एंबुलेंस प्रकरण का खुलासा किया था.
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सांसद राजीव प्रताप रूडी के घर सांसद निधि से खरीदी गई दर्जनों एंबुलेंस खड़ी थी जिसको यादव ने ही उजागर किया था. लॉकडाउन लागू होने के चलते इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किया, जिस पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है. अब 32 साल पुराने मामले में उन्हें मधेपुरा पुलिस ले गई.