बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु में अवैध रूप से रह रही पाकिस्तानी मूल की एक युवती को पुलिस ने डिपोर्ट कर पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया है. जानकारी के लिए बता दें कि शहर के बेलंदूर थाने में प्रेमी के साथ रह रही इकरा जीवनी को पुलिस ने पिछले महीने हिरासत में लिया था. 19 जनवरी को उत्तर प्रदेश से मुलायम सिंह के साथ बेंगलुरु आई इकरा को विदेशियों के क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय को सौंप दिया गया.
वाघा अटारी सीमा पर पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंपा: पुलिस की जांच में इकरा एक पाकिस्तानी नागरिक साबित हुई और बेलंदूर पुलिस ने उसे विदेश विभाग की मदद से रविवार को वाघा-अटारी सीमा पर पाकिस्तान के राजनयिक अधिकारियों को सौंप दिया. जांच के दौरान इकरा ने गृह देश प्रत्यर्पित किए जाने के दौरान पाकिस्तान न भेजे जाने का अनुरोध किया था. लेकिन पुलिस द्वारा उसे समझाया गया और उसे वापस भेज दिया गया.
वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में जन्मे मुलायम सिंह, जो बैंगलोर में एक निजी कंपनी में सुरक्षा गार्ड था, ऑनलाइन लूडो गेम खेलने के दौरान पाक में जन्मी इकरा से मिले था. यही परिचय धीरे-धीरे प्यार में बदल गया और दोनों ने शादी करने का फैसला किया. उसे यह अहसास हुआ कि उसकी प्रेमिका सीधे भारत नहीं आ सकती, क्योंकि वह पाकिस्तान में थी, मुलायम सिंह इकरा को कराची से दुबई और दुबई से नेपाल और फिर काठमांडू में दोनों ने शादी की और वहां से वह दोनों भारत आ गए.
बाद में वह बिहार के रास्ते भारत की सीमा में दाखिल हो गए और पिछले सितंबर में पटना आ गए. बाद में वे ट्रेन से बेंगलुरु आ गए और बेलंदूर पुलिस स्टेशन के इलाके में बस गए. इस दौरान जब इकरा पाकिस्तान में अपनी मां से बात करने के लिए कॉल कर रही थी, तो केंद्रीय खुफिया विभाग को इसकी भनक लग गई और उसने इसकी जानकारी राज्य पुलिस को भेज दी. उसी के आधार पर पुलिस ने अभियान चलाकर मुलायम सिंह को गिरफ्तार कर लिया और इकरा को एफआरआरओ को सौंप दिया.
फिलहाल अवैध रूप से सीमा पार कर इकरा को लाने की गलती के आरोप में मुलायम सिंह को देश की सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में विदेशी कानून के तहत जेल भेजा गया है. जांच के दौरान, यह भी पता चला कि उसने रवा यादव के नाम से एक फर्जी आधार कार्ड बनवाया था और उसी नाम से पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था.