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Pak Infiltrator In Sriganganagar: कट्टरपंथी दल तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान से जुड़ा है रिजवान, संगठन जिसने इमरान खान के नाक में भी किया था दम

टीएलपी इन दिनों चर्चा में है रिजवान अशरफ की वजह से. टीएलपी यानी तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान. भाजपा की निष्कासित नेता नूपुर शर्मा को खत्म करने के इरादे से बॉर्डर क्रॉस कर भारत में घुसा तो जरूर लेकिन मुस्तैद बीएसएफ ने उसे अपने कब्जे में ले लिया (Pak man crossed border to kill nupur sharma). घुसपैठ की इस नई वारदात ने जांच एजेंसियों के खान खड़े कर दिए हैं. एडीजी इंटेलिजेंस एस.सेंगाथीर ने बताया कि कैसे काम करता है ये कट्टरपंथी पाक संगठन और पाकिस्तान के हुक्मरान भी इससे क्यों घबराते हैं!

Pak Infiltrator In Sriganganagar
कट्टरपंथी दल तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान से जुड़ा है रिजवान
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Published : Jul 21, 2022, 2:01 PM IST

श्रीगंगानगर. नुपुर शर्मा की हत्या करने के इरादे से भारतीय सीमा में पकड़े गए पाक घुसपैठिए 24 वर्षीय रिजवान अशरफ (Pak man crossed border to kill nupur sharma) से तमाम खुफिया एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. पूछताछ में रिजवान ने पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) से प्रभावित होने की बात स्वीकार की है. टीएलपी एक चरमपंथी संगठन के तौर पर सीमा पार अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है. पाकिस्तान ने इस संगठन पर बैन लगा रखा है.

क्या है तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान : तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पाकिस्तान (Tehreek e Labbaik Pakistan) में एक कट्टर दक्षिणपंथी इस्लामी चरमपंथी राजनीतिक दल है. इस दल का मुखिया खादिम हुसैन रिजवी है, जो पाकिस्तान में हिंसा भड़काने के मामलों में जेल में बंद रहा है. तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान में ईशनिंदा विधि में किसी भी बदलाव खिलाफ प्रदर्शन करता रहा है. वो लगातार मांग करता रहा है कि शरिया को एक क्रमिक, विधिक और राजनीतिक प्रक्रिया के माध्यम से पाकिस्तान में इस्लामी मौलिक विधि के रूप में स्थापित किया जाए.

कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान से जुड़ा है रिजवान

तहरीक-ए-लब्बैक एक इस्लामी सामाजिक राजनीतिक आंदोलन के रूप में प्रारंभ हुआ था. अप्रैल 2021 में पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में हिंसक प्रदर्शनों के बाद धार्मिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पर पाबंदी लगाई गई थी. पाकिस्तान की पंजाब सरकार की ओर से कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के मुखिया साद रिजवी का नाम आंतकियों की सूची में रहा है. भारत में घुसते समय पकड़े गए पाक घुसपैठिए का खुलासा होने के बाद जयपुर से पहुंचे एडीजी इंटेलिजेंस एस.सेंगाथीर ने बताया कि पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान को धार्मिक कट्टरता के लिए जाना जाता है.

पढ़ें. Pak Infiltrator In Sriganganagar: नुपुर शर्मा की हत्या करना चाहता था पाक घुसपैठिया, बीएसएफ ने ऐसे फेरा मंसूबे पर पानी!

पाकिस्तान की राजनीति में तहरीक-ए-लब्बैक नामक इस संगठन की अहम भूमिका मानी जाती है. एडीजी ने बताया कि तहरीक-ए लब्बैक धार्मिक रूप से कट्टरवादी संगठन है. पाकिस्तान में इस संगठन ने पाकिस्तान के पूर्व वजीर एआजम इमरान खान सरकार के सामने भी बड़ी समस्या खड़ी की थी. इमरान खान सरकार के समय इस संगठन ने स्थानीय स्तर पर भी कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी थीं, जिसके बाद वहां माहौल खराब हुआ था.

तहरीक-ए -लब्बैक संगठन के रिजवान को ब्रेनवॉश करके भेजने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके बारे में इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन अभी स्पष्टता सामने नहीं आई है. हालांकि इस एंगल पर एजेंसियां गहनता से पूछताछ कर रही हैं. उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान में सक्रिय रहता है. भारत से भी उनके यूट्यूब वीडियो देखकर, सुनकर कुछ लोगों के प्रभावित होने की बातें सामने आ रही है. इसके संबंध में जानकारी जुटाकर कार्रवाई की जाएगी.

गौरतलब है कि, हाल ही में पाकिस्तान से लगे गंगानगर सीमा पर रिजवान अशरफ पकड़ा गया था. पूछताछ में उसने बताया था कि वो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मंडी बहाऊद्दीन जिले का रहने वाला है और वो नूपुर शर्मी की हत्या के इरादे से भारत आया था. रिजवान 150 किलोमीटर अलग-अलग रास्तों से होकर राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की सीमा पार कर भारत में घुसना चाहता था. रिजवान लाहौर से बहावलनगर होते हुए जिले की भारत पाक सीमा की खखां पोस्ट से तारबंदी पार करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था. उसके पास से धारदार हथियार, चाकू और कुछ धार्मिक पुस्तकें भी मिली थीं.

श्रीगंगानगर. नुपुर शर्मा की हत्या करने के इरादे से भारतीय सीमा में पकड़े गए पाक घुसपैठिए 24 वर्षीय रिजवान अशरफ (Pak man crossed border to kill nupur sharma) से तमाम खुफिया एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. पूछताछ में रिजवान ने पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) से प्रभावित होने की बात स्वीकार की है. टीएलपी एक चरमपंथी संगठन के तौर पर सीमा पार अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है. पाकिस्तान ने इस संगठन पर बैन लगा रखा है.

क्या है तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान : तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पाकिस्तान (Tehreek e Labbaik Pakistan) में एक कट्टर दक्षिणपंथी इस्लामी चरमपंथी राजनीतिक दल है. इस दल का मुखिया खादिम हुसैन रिजवी है, जो पाकिस्तान में हिंसा भड़काने के मामलों में जेल में बंद रहा है. तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान में ईशनिंदा विधि में किसी भी बदलाव खिलाफ प्रदर्शन करता रहा है. वो लगातार मांग करता रहा है कि शरिया को एक क्रमिक, विधिक और राजनीतिक प्रक्रिया के माध्यम से पाकिस्तान में इस्लामी मौलिक विधि के रूप में स्थापित किया जाए.

कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान से जुड़ा है रिजवान

तहरीक-ए-लब्बैक एक इस्लामी सामाजिक राजनीतिक आंदोलन के रूप में प्रारंभ हुआ था. अप्रैल 2021 में पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में हिंसक प्रदर्शनों के बाद धार्मिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पर पाबंदी लगाई गई थी. पाकिस्तान की पंजाब सरकार की ओर से कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के मुखिया साद रिजवी का नाम आंतकियों की सूची में रहा है. भारत में घुसते समय पकड़े गए पाक घुसपैठिए का खुलासा होने के बाद जयपुर से पहुंचे एडीजी इंटेलिजेंस एस.सेंगाथीर ने बताया कि पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान को धार्मिक कट्टरता के लिए जाना जाता है.

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पाकिस्तान की राजनीति में तहरीक-ए-लब्बैक नामक इस संगठन की अहम भूमिका मानी जाती है. एडीजी ने बताया कि तहरीक-ए लब्बैक धार्मिक रूप से कट्टरवादी संगठन है. पाकिस्तान में इस संगठन ने पाकिस्तान के पूर्व वजीर एआजम इमरान खान सरकार के सामने भी बड़ी समस्या खड़ी की थी. इमरान खान सरकार के समय इस संगठन ने स्थानीय स्तर पर भी कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी थीं, जिसके बाद वहां माहौल खराब हुआ था.

तहरीक-ए -लब्बैक संगठन के रिजवान को ब्रेनवॉश करके भेजने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके बारे में इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन अभी स्पष्टता सामने नहीं आई है. हालांकि इस एंगल पर एजेंसियां गहनता से पूछताछ कर रही हैं. उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान में सक्रिय रहता है. भारत से भी उनके यूट्यूब वीडियो देखकर, सुनकर कुछ लोगों के प्रभावित होने की बातें सामने आ रही है. इसके संबंध में जानकारी जुटाकर कार्रवाई की जाएगी.

गौरतलब है कि, हाल ही में पाकिस्तान से लगे गंगानगर सीमा पर रिजवान अशरफ पकड़ा गया था. पूछताछ में उसने बताया था कि वो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मंडी बहाऊद्दीन जिले का रहने वाला है और वो नूपुर शर्मी की हत्या के इरादे से भारत आया था. रिजवान 150 किलोमीटर अलग-अलग रास्तों से होकर राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की सीमा पार कर भारत में घुसना चाहता था. रिजवान लाहौर से बहावलनगर होते हुए जिले की भारत पाक सीमा की खखां पोस्ट से तारबंदी पार करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था. उसके पास से धारदार हथियार, चाकू और कुछ धार्मिक पुस्तकें भी मिली थीं.

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