नई दिल्ली : लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के कारण दिल्ली में बेड की किल्लत होने लगी है. इसे देखते हुए दिल्ली सरकार अस्थायी कोरोना अस्पताल बनाने में जुट गई है. इसी क्रम में पूर्वी दिल्ली के अक्षरधाम स्थित राष्ट्रमंडल खेल गांव में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयारी की जा रही है. यहां 600 बेड लगाए जा रहे हैं. ये सभी ऑक्सीजन युक्त बेड होंगे. इनमें से 200 बेड को आज ही तैयार कर दिया जाएगा.
1500 ऑक्सीजन बेड
आज शाम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यहां निरीक्षण और उद्घाटन के लिए पहुंचे. सीएम केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा कि उन्होंने आज कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज, यमुना स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स और राउज एवेन्यू सरकारी स्कूल परिसर में ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही इन केंद्रों पर 1500 बिस्तरों की सेवा मिलनी शुरू हो जाएगी.
डॉक्टर्स फॉर यू संस्था कर रही व्यवस्था
जानकारी के मुताबिक कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में 200 बेड्स पर यहां सोमवार से मरीज भर्ती होने लगेंगे. डॉक्टर्स फॉर यू संस्था यहां पूरी व्यवस्था कर रही है. डॉक्टर्स फॉर यू से जुड़े संदीपन ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि यहां अलग-अलग तीन सेक्शन में 200-200 बेड्स लगाए जा रहे हैं. महिलाओं के लिए अलग सेक्शन में व्यवस्था होगी.
हर बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था
जिनके परिवार में कई लोग कोरोना संक्रमित हुए हों, उन लोगों के लिए भी यहां अलग व्यवस्था है. आपको बता दें कि पिछले साल भी यहां कोरोना बेड्स लगाए गए थे. संदीपन ने बताया कि पिछले साल यहां पर सिर्फ 50 बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई थी, लेकिन इस बार हर बेड के पास ऑक्सीजन सिलेंडर या ऑक्सीजन कंसंट्रेटर होंगे. यहां भर्ती होने वाले मरीजों के मनोरंजन के लिए व्यवस्था की जा रही है.
संदीपन ने बताया कि यह एलईडी स्क्रीन और स्पीकर की भी व्यवस्था है, जिस पर मोटिवेशनल म्यूजिक चलाई जाएगी. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार सीडब्ल्यूजी के अलावा यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और राधा स्वामी सत्संग व्यास में भी अस्थायी कोरोना अस्पताल बना रही है. इसके अलावा स्कूलों में भी कोरोना बेड्स लगाए जा रहे हैं.
हर 15 मरीज पर एक डॉक्टर
संदीपन ने बताया कि बीते साल की तुलना में अब कोरोना ट्रीटमेंट का तरीका बहुत हद तक बदल चुका है. यहां हर 15 मरीज पर एक डॉक्टर की व्यवस्था होगी और उससे दोगुनी संख्या में नर्सिंग स्टाफ होंगे.