चेन्नई : यास चक्रवात के परिणामस्वरूप हुई भारी बारिश के कारण कन्याकुमारी जिलों के कई कस्बों और गांवों को भारी नुकसान हुआ है. चक्रवात यास के कारण कन्याकुमारी में 650 हेक्टेयर से अधिक केले के बागान पानी में बह गए हैं.
नागरकोइल, कुलसेकरपट्टिनम, बूधापंडीपट्टिनम, मार्थंडम, अरुमानई, कोलाचल, थुरुपरापु, सुसींद्रम, पुथुग्रामम ऐसे क्षेत्र हैं, जो 25 और 26 मई को आए चक्रवाती तूफान की चपेट में हैं.
यहां 2,000 से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाला गया और अस्थायी रूप से 200 राहत शिविरों में रखा गया.
तमिलनाडु के आईटी मंत्री मनो थंगराज ने जिला अधिकारी के साथ स्थिति की समीक्षा की और नुकसान के बारे में एक दो दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा.
मंत्री ने कहा कि जिले में लगातार हो रही बारिश से 650 हेक्टेयर केले के बागान, नारियल के पेड़ और धान के खेत पूरी तरह से तबाह हो गए हैं.
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इस बीच कांग्रेस सांसद विजय वसंत और भाजपा विधायक एमआर गांधी ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और नुकसान का आकलन किया.