मुंबई : देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में इस साल अगस्त तक 4,000 से अधिक बच्चे गंभीर कुपोषण से पीड़ित पाए गए हैं. महाराष्ट्र सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर (Women and Child Development Minister Yashomati Thakur) ने विधान परिषद को यह जानकारी दी.
ठाकुर ने बृहस्पतिवार को उच्च सदन में कांग्रेस सदस्य भाई जगताप के एक सवाल का जवाब देते हुए यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'इस साल अगस्त तक, मुंबई शहर में 4,194 बच्चे गंभीर कुपोषण से पीड़ित पाए गए. धारावी, मालवानी, मानखुर्द और गोवंडी क्षेत्रों में सबसे अधिक बच्चे कुपोषित मिले.'
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बच्चों को गंभीर कुपोषण से बाहर निकालने के लिए उनका इलाज करने के उद्देश्य से 20 अगस्त को मुंबई के शताब्दी अस्पताल में पोषण पुनर्वास केंद्र स्थापित किया गया था. महिला एवं बाल विकास मंत्री ने बताया कि कुपोषित बच्चों और उनकी माताओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए अन्य योजनाएं भी चलाई जा रही हैं.
बता दें कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) की लिस्ट में भारत 101वें पायदान पर है. जीएचआई इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत उन 31 देशों में भी शामिल है, जहां भुखमरी की स्थिति गंभीर है. रैकिंग के हिसाब से भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल से भी काफी पीछे है. साल 2020 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग 94 थी. भारत सरकार ने भुखमरी की ग्लोबल रैंकिंग पर सवाल खड़े किए हैं. हालांकि ग्लोबल हंगर इंडेक्स की एडवाइजर ने सरकार के आरोपों को खारिज किया है.
(पीटीआई-भाषा)